एमजीएम के कैदी वार्ड के वेंटिलेटर से दिन के उजाले में आर्म्स एक्ट का आरोपी फरार, तीन घंटे में रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार

जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के कैदी वार्ड से मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे आर्म्स एक्ट का आरोपी चंद्रशेखर जायसवाल उर्फ गुंजन पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया. गुंजन के फरार होने की जानकारी तैनात जवान को काफी देर बाद हुई. गुंजन गोलमुरी नामदा बस्ती का रहने वाला है. अगस्त 2018 में गोलमुरी पुलिस ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 15, 2018 8:18 AM
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के कैदी वार्ड से मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे आर्म्स एक्ट का आरोपी चंद्रशेखर जायसवाल उर्फ गुंजन पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया. गुंजन के फरार होने की जानकारी तैनात जवान को काफी देर बाद हुई. गुंजन गोलमुरी नामदा बस्ती का रहने वाला है. अगस्त 2018 में गोलमुरी पुलिस ने उसे अवैध देसी रायफल अौर 8 एमएम की दो जिंदा गोली के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
गुंजन ओड़िशा में हाइवा चोरी की वारदात से जुड़ा रहा है. गुंजन के खिलाफ ओड़िशा के अलावा, चांडिल, घाटशिला, गम्हरिया थानों में मामले दर्ज है. गुंजन के फरार होने की सूचना मिलने के बाद गोलमुरी और साकची पुलिस ने उसके मोबाइल का टॉवर लोकेशन लिया. उसका फोन ऑन पाया गया, जिसका टावर लोकेशन बारीडीह पांडेय मैदान मिला.
इसके बाद गोलमुरी थाना प्रभारी आमिष हुसैन ने उसे रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर साकची पुलिस को सौंप दिया. बताया जाता है कि गुंजन को एक माह पूर्व तबीयत खराब होने पर एमजीएम अस्पताल के बंदी वार्ड में भर्ती किया गया था. 15 दिन पूर्व ही उसके हाइड्रोसील का ऑपरेशन किया गया था. बंदी के फरार होने की सूचना मिलने पर साकची थाना प्रभारी मदन मोहन शर्मा ने कैदी वार्ड जाकर जांच की.
साकची थाना प्रभारी ने कैदी वार्ड के हवलदार से घटना की लिखित रिपोर्ट मांगी. उन्होंने पुलिसकर्मियों को लापरवाही के लिए फटकार भी लगायी. थाना प्रभारी ने कैदी वार्ड में इलाजरत सभी बंदियों बिस्तर और कपड़ों की भी जांच की. हालांकि उन्हें कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिला. कैदी के फरार होने के मामले में साकची थाना में गुंजन के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है.
एमजीएम कैदी वार्ड से पहले भी भाग चुके हैं बंदी
एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड और कैदी वार्ड से इलाज कराने आये बंदी पहले भी भाग चुके हैं. हर घटना के बाद अस्पताल में तैनात जवानों को सतर्कता की सीख दी जाती है, लेकिन लापरवाही के साथ दूसरी घटना सामने आ जाती है. अस्पताल के वार्ड से राहुल कुमार सिपाही से हाथ छुड़ा कर फरार हो गया था. इमरजेंसी वार्ड से भी दो-तीन बार बंदी फरार हो चुके हैं.
आर्म्स एक्ट का आरोपी चंद्रशेखर जायसवाल उर्फ गुंजन कैदी वार्ड के वेंटिलेटर से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. पुलिस ने तीन घंटे के भीतर उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया है.
मदन मोहन शर्मा, थाना प्रभारी, साकची.

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