ओड़िशा ब्यांगबिल डैम का एक गेट हुआ बंद
सुवर्णरेखा अौर खरकई नदी में जलस्तर घटा, लेकिन बाढ़ का खतरा बरकरार जमशेदपुर : ओड़िशा ब्यांगबिल डैम का एक गेट दो घंटा खोलने के बाद सोमवार देर रात 12 बजे बंद किया गया. इससे खरकई अौर सुवर्णरेखा नदी में मंगलवार को जलस्तर आंशिक रूप से घटना, लेकिन दोनों नदी का जलस्तर खतरे के निशान से […]
सुवर्णरेखा अौर खरकई नदी में जलस्तर घटा, लेकिन बाढ़ का खतरा बरकरार
जमशेदपुर : ओड़िशा ब्यांगबिल डैम का एक गेट दो घंटा खोलने के बाद सोमवार देर रात 12 बजे बंद किया गया. इससे खरकई अौर सुवर्णरेखा नदी में मंगलवार को जलस्तर आंशिक रूप से घटना, लेकिन दोनों नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर रहा. इस कारण बाढ़ का खतरा अब भी बरकरार है. हालांकि मंगलवार दिन के दो बजे तक ब्यांगबिल डैम में 304.01 गेज मीटर जल स्तर रहा, जो शाम चार बजे से छह बजे तक 304.03 गेज मीटर पर बरकरार रहा.
इधर, सुवर्णरेखा नदी में मंगलवार दोपहर तक 121.58 गेज मीटर जल स्तर रहा. जो खतरे के निशान से थोड़ा ऊपर है. सुवर्णरेखा का खतरे का निशान 121.50 गेज मीटर है. शाम चार बजे तक सुवर्णरेखा का जल स्तर 121.560 पहुंचा जो शाम छह बजे तक बरकरार रहा. इसी तरह खरकई नदी में जल स्तर घटने के बाद भी जलस्तर 129.950 गेज मीटर रहा. खरकई नदी का खतरे का निशान 129.000 गेज मीटर है. शाम चार बजे तक 129.80 मीटर तथा शाम छह बजे तक 129.68 मीटर जल स्तर रहा.
ओड़िशा ब्यांगबिल डैम का एक गेट बीती रात में बंद किया गया है, इस कारण सुवर्णरेखा व खरकई नदी का जल स्तर घटा है, लेकिन दोनों नदियों में पानी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है.
सुनील कुमार, एडीसी सह आपदा प्रबंधक पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम.