निमकोचा टोला में प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम
चुरचू प्रखंड के चरही पंचायत के ग्राम सरबाहा के कासियाडीह गांव के निमकोचा टोला में प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
निमकोचा पहुंचने के लिए आज तक सड़क नहीं बनी आनंद सोरेन चरही. चुरचू प्रखंड के चरही पंचायत के ग्राम सरबाहा के कासियाडीह गांव के निमकोचा टोला में प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में निमकोचा टोला के महिला-पुरुषों ने खुलकर गांव की समस्याओं को रखा. इस टोल में सभी संथाली आदिवासी समाज के लोग रहते हैं. इस टोला में जाने के लिए आज तक सड़क, सिंचाई की सुविधा नहीं है. लोग कच्ची सड़क के सहारे घरों तक पहुंचने को मजबूर हैं. बरसात के दिनों में दोपहिया व चार पहिया वाहन टोला तक नहीं पहुंच पाता है. एक किमी दूर कसियाडीह गांव के किसी घर के आंगन में ही गाड़ी खड़ा कर पैदल जाते हैं. जबकि यह टोला एनएच-33 से मात्र दो-ढाई किमी की दूरी पर है. क्या कहते हैं गांव के ग्रामीण कसियाडीह के वार्ड सदस्य प्रकाश टूडू ने कहा कि निमकोचा टोला में सड़क की समस्या मुख्य है. साथ ही सिंचाई व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है. गांव के लोग मजदूरी कर अपना जीवन चलाते हैं. अक्षय टुडू ने कहा कि निमकोचा टोला में सिंचाई की सुविधा होने पर लोग मौसमी खेती कर पाते. एक से अधिक खेती कर अच्छी आमदनी कर पाते. रोजगार की सुविधा नहीं रहने के कारण ग्रामीण प्रत्येक दिन मजदूरी करने सुबह निकल जाते हैं. सुरेश टुडू ने कहा कि गांव की कई ऐसे महिलाएं हैं जो आज भी जंगलों से दातुन, पत्ता लाकर उसे बाजारों में बेचती हैं, जिससे उसकी भरण पोषण चल पाता है. सरकार की योजनाओं से इस टोला के लोग अनभिज्ञ है. बिकेश टुडू ने कहा कि मुख्य सड़क से अलेक्सियुष के घर तक झारखंड अलग राज्य बनने के बाद से अब तक कोई पक्की सड़क नहीं बनी है. जिसके कारण ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. सानू टुडू ने कहा कि निमकोचा टोला में सरकार महिलाओं के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कराये, ताकि गांव में रहकर महिलाओं के लिए आमदनी का जरिया बन सके. सुखदेव टुडू ने कहा कि वोट के समय जनप्रतिनिधि सड़क, सिंचाई, रोजगार मुहैया कराने की बात करते हैं. चुनाव खत्म होते ही गांव को झांकने तक नहीं आते हैं. राकेश हेम्ब्रोम ने कहा कि पढ़-लिखकर बेरोजगार बैठा हूं. रोजगार नहीं मिलने के कारण बाहर पलायन करने को मजबूर हूं. संझली मुर्मू ने कहा कि निमकोचा टोला में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगार की व्यवस्था की जाय, ताकि महिलाएं आत्म निर्भर बन सकें. विजय हांसदा ने कहा कि टोला में कई ऐसे वृद्ध हैं जो आज भी वद्धा पेंशन से वंचित हैं. कई बार पेंशन के लिए आवेदन किया, लेकिन आज तक पेंशन का लाभ नहीं मिल पाया. महादेव टुडू ने कहा कि मेहनत मजदूरी कर किसी तरह परिवार चलाते हैं. फिलहाल जंगलों से खुखड़ी, फुटका लाकर बाजारों में बेचते हैं, जिससे कुछ पैसे आ जाते हैं. उसी से भरण पोषण होता है. शंकर टुडू ने कहा कि लोगों को रोजगार से जोड़ना है तो टोला में सिंचाई की सुविधा हो. पानी की सुविधा नही होने के कारण साल भर खेती नही कर पाते हैं. इसके अलावा दिलीप टुडू, मुकेश टुडू, ढेना हांसदा, सुरेश हांसदा, सूरज हांसदा, विजय टुडू, सतेंद्र हेम्ब्रोमम, मांझी हड़ाम महादेव टुडू, सुखसेव टुडू सहित दर्जनों लोगों अपनी बातें रखीं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
