Jharkhand News : मनरेगा के तहत कूप निर्माण में भारी अनियमितता, पंचायतों में 10 के बदले कहीं 16 तो कहीं बना दिये गये 125 कुएं

इधर कूप निर्माण की स्वीकृति अब भी जारी है. अधिकारियों ने सरकार का निर्देश ठुकराते हुए मनमाने तरीके से कुआं बनाया है. कुएं का निर्माण जल्द करने के लिए कई पंचायतों में जेसीबी मशीन से भी कुएं की खुदाई करायी गयी है. डाडी, बड़कागांव, दारू, टाटीझरिया, सदर, कटकमसांडी, कटकमदाग, इचाक, चुरचू व विष्णुगढ़ प्रखंडों के 40 पंचायतों में कूप निर्माण में जेसीबी का सर्वाधिक इस्तेमाल हुआ है. नियमों का उल्लंघन कर कूप निर्माण में बडकागांव, दारू और डाडी प्रखंड सबसे आगे है.

By Prabhat Khabar | April 10, 2021 1:20 PM

Jharkhand News, Hazaribagh News हजारीबाग : मनरेगा के तहत कूप निर्माण कार्य में ग्रामीण विकास विभाग के आदेशों का पालन कई प्रखंड व पंचायत नहीं कर रहे हैं. सरकार के नियमों को ताक पर रख कर मनमाने तरीके से कूप का निर्माण कर रहे हैं. विभाग के अनुसार प्रत्येक पंचायत को बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत बागवानी व सिंचाई कार्य करने के लिए अधिकतम 10 कूप बनाने को कहा गया था. लेकिन प्रखंड व पंचायत के अधिकारियों ने एक पंचायत में 16 से लेकर 125 कूप का निर्माण कराया जा रहा है. इस प्रकार 10 प्रखंड की 40 पंचायतों में 400 की जगह 1321 कुएं बना दिये गये या बन रहे हैं.

इधर कूप निर्माण की स्वीकृति अब भी जारी है. अधिकारियों ने सरकार का निर्देश ठुकराते हुए मनमाने तरीके से कुआं बनाया है. कुएं का निर्माण जल्द करने के लिए कई पंचायतों में जेसीबी मशीन से भी कुएं की खुदाई करायी गयी है. डाडी, बड़कागांव, दारू, टाटीझरिया, सदर, कटकमसांडी, कटकमदाग, इचाक, चुरचू व विष्णुगढ़ प्रखंडों के 40 पंचायतों में कूप निर्माण में जेसीबी का सर्वाधिक इस्तेमाल हुआ है. नियमों का उल्लंघन कर कूप निर्माण में बडकागांव, दारू और डाडी प्रखंड सबसे आगे है.

मनरेगा अधिकारी व कर्मी से स्पष्टीकरण मांगा :

डीडीसी अभय कुमार सिन्हा ने कूप निर्माण में अनियमितता बरतने वाले 10 प्रखंड के 40 पंचायत के मनरेगा अधिकारी व कर्मी से स्पष्टीकरण मांगा है. इसमें बीपीओ, सहायक अभियंता, मुखिया, पंचायत सेवक, ग्राम रोजगार सेवक शामिल हैं. पत्र में कहा है कि विभगीय निर्देश का उल्लंघन एवं स्वेच्छाचारिता तथा योजनाएं अपूर्ण रहने पर क्यों नहीं आपकी संविदा समाप्त कर दी जाये.

आपके विरुद्ध मनरेगा अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की जायेगी. डीडीसी ने 22 मार्च से 24 घंटे के अंदर को स्पष्टीकरण मनरेगा अधिकारियों व कर्मियों से मांगा था, लेकिन दो प्रखंड दारू और टाटीझरिया के अलावा 19 दिन बीतने के बाद भी किसी भी प्रखंड से जवाब नहीं मिला है.

किस पंचायत में कितने कूप बनाये गये :

डाडी प्रखंड के होन्हेमोढा पंचायत में 125, बलसगरा में 23, हेसालंग में 28, हुआग में 57, कनकी में 19, मिसराइन मोढा में 28, रबोद में 29, दारू प्रखंड के पुनाई में 67, कविलासी में 53, रामदेव खैरिका में 17, बडकागांव प्रखंड के बादम में 89, चंदौल में 24, चौपदार बलिया में 56, गरसुला में 27, नापो खुर्द में 55, तलेसवार में 26, टाटीझरिया के बेडम में 16, डुमर में 19, सदर प्रखंड में मोरांगी 17, पौता 18, कटकमसांडी प्रखंड के डांड में 16,

डांटो खुर्द 17, रेबर 19, कटकमदाग के अडरा में 20, इचाक प्रखंड के अलौंजा खुर्द में 41, बरियठ में 22, बरकाकला में 28, बरकका खुर्द में 36, नवडीहा में 33, डाढा में 17, देवकुली में 36, हदारी में 25, कुरहा में 18, मंगुरा में 27, चुरचू प्रखंड के आंगो में 30, चुरचू में 35, हेंदेगढ़ा में 37, विष्णुगढ़ प्रखंड के खरकीकस मेें 27, कुसुंभा में 23 व बेडा हरियारा पंचायत में 21 कूप का निर्माण हो गया या हो रहा है.

Posted By : Sameer Oraon

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