36 घंटे से बिजली नहीं, बड़कागांव, केरेडारी व टंडवा प्रखंड में लोग परेशान

संजय सागर बड़कागांव : बड़कागांव प्रखंड में 36 घंटे से बिजली नहीं है. फलस्वरूप बड़कागांव, केरेडारी और टंडवा प्रखंड के कई गांवों के लोग परेशान हैं. 13 मार्च के दोपहर में बिजली कट गयी थी. 15 मार्च की शाम तक बिजली नहीं आयी. मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं चल रही हैं. ऐसे में विद्यार्थियों को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 15, 2019 11:31 AM

संजय सागर

बड़कागांव : बड़कागांव प्रखंड में 36 घंटे से बिजली नहीं है. फलस्वरूप बड़कागांव, केरेडारी और टंडवा प्रखंड के कई गांवों के लोग परेशान हैं. 13 मार्च के दोपहर में बिजली कट गयी थी. 15 मार्च की शाम तक बिजली नहीं आयी. मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं चल रही हैं. ऐसे में विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी करने में दिक्कतें आ रही हैं.

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बिजली विभाग के कनीय अभियंता ने बताया कि बड़कागांव के पंकरी बरवाडीह में अधिक लोड के कारण केबल का तार जल गया. इसलिए बिजली कट गयी. तार को जोड़ा जा रहा है. जल्द ही बिजली आ जायेगी. वहीं, सूत्र बताते हैं कि कोयला कंपनियों में बिजली की खपत अधिक होने के कारण बार-बार 33,000 का केबल उड़ जाता है.

बिजली सब-स्टेशन के कर्मचारियों की मानें, तो डेमोटांड़ से बड़कागांव विद्युत सबस्टेशन को 300 एम्पियर बिजली मिलती है. बड़कागांव विद्युत सबस्टेशन से बड़कागांव प्रखंड के 85, केरेडारी प्रखंड के 82 व टंडवा एवं सिमरिया के 50 गांवों में बिजली का वितरण किया जाता है.

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बिजली का वितरण करने के लिए बड़कागांव विद्युत सबस्टेशन में चार फीडर, केरेडारी में चार एवं सिमरिया में दो फीडर हैं. इन सभी फीडरों को 300 एम्पियर में ही बिजली वितरण करना पड़ता है, जबकि बड़कागांव विद्युत सबस्टेशन को 620 एम्पियर बिजली की आवश्यकता है.

यहां बताना प्रासंगिक होगा कि बड़कागांव सबस्टेशन के अंतर्गत पांच फीडर बनाये गये हैं, जिसमें बड़कागांव, बादम, आंगो, नगड़ी एवं केरेडारी हैं. बड़कागांव फीडर से बड़कागांव, सांढ़, छपरेवा, दोकाटांड़, नापो, गोसाईबलिया, चोपदार बलिया, विश्रामपुर व बरवनियां समेत 40 गांवों को बिजली मिलती है.

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आंगो फीडर को 120 या 125 एम्पियर बिजली दी जाती है. इससे चोरका, पडिरिया, सीरमा, छवाणियां, पगार, खैरातरी, कांडतरी, सोनपुरा, महुदी, अम्बटोला, पतरातू, देवगढ़, लोहरसा व उरेज समेत 30 गांवों को बिजली की आपूर्ति की जाती है.

वहीं, नगड़ी फीडर को 150 या 160 एम्पियर बिजली दी जाती है. इससे गर्रीकलां, सिकरी, महतिकरा, बारियातु, नावाडीह, उरुब देवरिया व चेपाकलां समेत 50 गांवों को बिजली सप्लाई होती है.

बड़कागांव के लोगों में गुस्सा

बिजली की किल्लत से परेशान बड़कागांव के लोगों में गुस्सा और आक्रोश देखा जा रहा है. लोगों का कहना है कि शहरी क्षेत्र होने के बावजूद बड़कागांव प्रखंड में बिजली की आपूर्ति चार से छह घंटे ही होती है. 40 साल से बिजली की आंख-मिचौनी जारी है. हर दिन यहां से करोड़ों का कोयला निकलता है. यहां के कोयले से बनने वाली बिजली से कई महानगर रोशन होते हैं. लेकिन, सरकारी और विभागीय उदासीनता के कारण बिजली के लिए कोयला देने वाले बड़कागांव के लोगों की रातें काली ही रहती हैं.

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