झूठा है तेरा वादा, वादा तेरा वादा!

किसे किसकी बात याद दिलाऊं. सभी ने तो शहर को सुंदर व जाममुक्त बनाने की बात कही थी. अब हालत यह है कि आम जनता को दिन में तारे दिख रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 15, 2025 10:35 PM

गुमला़ किसे किसकी बात याद दिलाऊं. सभी ने तो शहर को सुंदर व जाममुक्त बनाने की बात कही थी. अब हालत यह है कि आम जनता को दिन में तारे दिख रहे हैं. बात सिर्फ एक तरफ की नहीं हो रही है. बल्कि हर तरफ तो वादाखिलाफी का दौर चला आ रहा है. यानी गुमला शहर के विकास के मुददे व आम जनता को जाम से मुक्त दिलाने का वादा भी प्रशासनिक पॉलिटिकल एजेंडा बन गया है. जनता से झूठ बोलो और भूल जाओ. हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार राजेश खाना की एक फिल्म दुश्मन आयी थी. यह फिल्म सुपरहिट रही थी. इस फिल्म में एक गीत था. झूठा है तेरा वादा, वादा तेरा वादा. यह गीत लंबे समय तक चला था और आज भी लोग इस गाने को सुनते हैं. परंतु, इस गाने की एक हकीकत गुमला में इन दिनों सुर्खियां बटौर रही है. दरअसल, गुमला के हाकिम ने गुमला शहर की जनता से वादा किया था. गुमला को सुंदर बनायेंगे. जाम से मुक्ति दिलायेंगे. बस पड़ाव को सुव्यवस्थित करेंगे. हाकिम साहब ने 15 दिन पहले जो वादा किया था. वह वादा आज तक पूरा नहीं हुआ. अब तो हाकिम साहब दूसरे कार्यक्रम में व्यस्त होकर अपनी वाहवाही लूटने में लगे हैं. जबकि दूसरी तरफ, गुमला शहर की जनता उस वादे को पूरा होने का इंतजार कर रही है. जिसे 15 दिन पहले किया गया था. 15 दिन पहले हुई बैठक में बड़े हाकिम के अलावा छोटे हाकिम भी थे. उस बैठक में आम जनता ने अपनी बातों को रखा. हाकिम साहब, ने हर एक जनता की बात सुने और उन समस्याओं के निदान का वादा किया. वादा तो हुआ था कि बैठक के दूसरे दिन के बाद से ही समस्या दूर होने शुरू हो जायेगा. परंतु, गुमला के लिए यह दुर्भाग्य की बात है. 15 दिन हो गया. एक भी वादा पूरा नहीं हुआ. बैठक में पानी, सड़क, जाम से मुक्ति, शहर को व्यवस्थित करने, बस पड़ाव को शहर से चार पांच किमी दूर ले जाने, साफ सफाई, नाली, शहर में यूरिनल की स्थापना सहित कई मुददे आये थे. ये मुददे, बैठक के बाद गौण हो गये. हाकिम अपना वादा भूले, तो अब आम जनता चौक, चौराहों और चाय दुकानों में चर्चा शुरू कर दी है. लोग कह रहे हैं. हाकिम, के पास बीमारी बतायी. परंतु, उसका इलाज अबतक शुरू नहीं हुआ है. अब, हम शनिवार की बात करेंगे. गुमला में जिस प्रकार जगह-जगह बस खड़ी कर यात्रियों को उतारा और चढ़ाया जा रहा था. लोग जाम से परेशान रहे. सिर्फ पटेल चौक व टावर चौक के पास ट्रैफिक पुलिस रहती है. इस कारण मेन रोड, सिसई रोड, पालकोट रोड, जशपुर रोड व लोहरदगा रोड में जिस प्रकार बस वाले गाड़ियों को रोक रहे हैं. इसे कोई देखने और टोकने वाला नहीं है. कई लोगों ने इसकी शिकायत की. परंतु, चिंता इस बात की है. शिकायत दूर करने का अधिकार जिसके पास है. वे ही शिथिल हैं तो आम जनता को परेशानी झेलनी ही पड़ेगी. लोगों को इंतजार है. हाकिम का वादा कब पूरा होता है.

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