विवि डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ेंगे यूनिवर्सिटी व कॉलेज, एनआइएसजी को चार माह के अंदर डीपीआर तैयार करने का निर्देश

बुधवार को एनआइएसजी ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के प्रारूप का ऑनलाइन प्रजेंटेशन दिया. श्री खंडेलवाल ने एनआइएसजी के प्रारूप को देखने बाद चार माह के अंदर डीपीआर तैयार कर विभाग को सौंपने का निर्देश दिया. श्री खंडेलवाल ने एनआइएसजी की टीम को डीपीआर बनाने से पहले विवि से संपर्क करने को लिए कहा, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान इसमें शामिल हो सके.

By Prabhat Khabar | June 10, 2021 1:22 PM

Jharkhand News, Ranchi News रांची : राज्य के सभी विवि व महाविद्यालय डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ेंगे. इसके लिए डीपीआर बनाने की जिम्मेवारी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्मार्ट गर्वनमेंट (एनआइएसजी) को दी गयी है. राज्य सरकार ने इसके लिए प्रारूप व डीपीआर तैयार करने के लिए एनआइएसजी को 68 लाख रुपये दिये हैं.

बुधवार को एनआइएसजी ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के प्रारूप का ऑनलाइन प्रजेंटेशन दिया. श्री खंडेलवाल ने एनआइएसजी के प्रारूप को देखने बाद चार माह के अंदर डीपीआर तैयार कर विभाग को सौंपने का निर्देश दिया. श्री खंडेलवाल ने एनआइएसजी की टीम को डीपीआर बनाने से पहले विवि से संपर्क करने को लिए कहा, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान इसमें शामिल हो सके.

इस अवसर पर उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल, उच्च शिक्षा निदेशक ए मुथु कुमार, तकनीकी शिक्षा निदेशक डॉ अरुण कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे. एनआइएसजी की ओर से वाइस प्रेसिडेंट व उनकी टीम उपस्थित थे.

चांसलर पोर्टल को बेहतर बनाया जायेगा: बताया गया कि प्लेटफॉर्म के तहत विवि व कॉलेजों में पठन-पाठन, परीक्षा, मूल्यांकन कार्य, रिजल्ट सहित विवि के कामकाज डिजिटलाइज्ड व ऑनलाइन हो जायेंगे. इसी प्लेटफॉर्म से चांसलर पोर्टल भी कार्य करेगा. चांसलर पोर्टल को और बेहतर बनाया जायेगा.

परीक्षा ऑफलाइन होने पर उत्तर पुस्तिकाओं को डिजिटाइज्ड करने के बाद उसके मूल्यांकन की भी सुविधा इसमें रहेगी. ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी पहुंचने व ग्रामीण विद्यार्थियों को आसानी से इस प्लेटफॉर्म में जोड़ने की सुविधा रहेगी. इसके अलावा काउंसेलिंग सर्विस, कैपेसिटी बिल्डिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, स्टूडेंट मैनेजमेंट, फीडबैक, स्टॉफ मैनेजमेंट को भी डिजाइन किया जा रहा है.

Posted By : Sameer Oraon

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