Jharkhand News: गुमला में पालकोट रोड के श्मशान घाट में बनेगा गौशाला, लावारिस पशुओं को मिलेगा आश्रय

राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार की पहल पर गुमला के पालकोट रोड स्थित श्मशान घाट में गौशाला का निर्माण होगा. इसकी प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इस गौशाला में लावारिस पशुओं को रखा जायेगा. फिलहाल गौशाला में 40 लावारिस पशुओं को रखा जायेगा.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 22, 2021 10:15 PM

Jharkhand News (गुमला) : गुमला शहर के पालकोट रोड स्थित श्मशान घाट में गौशाला का निर्माण होगा. गौशाला बनाने की कवायद शुरू कर दी गयी है. शहर में घूमने वाले लावारिस पशुओं को गौशाला में रखा जायेगा. उनकी परवरिश की जायेगी. राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार की पहल पर गौशाला बन रहा है. जिसका कार्य एक सप्ताह के अंदर शुरू होगा.

सोमवार को NREP के इंजीनियर तारिक अजीज व समाजसेवी अमित पोद्दार ने श्मशान घाट का अवलोकन कर गौशाला निर्माण के लिए जमीन चिह्नित किया. गौशाला 90 फीट चौड़ा व 35 फीट लंबी जगह में बनेगा. बता दें कि राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार द्वारा 13 लाख 25 हजार की लागत से गौशाला का निर्माण कराया जा रहा है. जिसमें शहर में लावारिस स्थिति में घूमती गाय को रखा जायेगा. जहां उसके रखने, खाने व उसकी साफ- सफाई की व्यवस्था होगी.

इस संबंध में इंजीनियर तारिक अजीज ने बताया कि गौशाला को लेकर स्टीमिट बन रहा है. जल्द ही कार्य भी शुरू होगा. लेकिन, जमीन का स्पेस के हिसाब से महज 40 गाय को ही रखा जा सकता है. अगर मवेशियों की संख्या बढ़ेगी, तो कहीं अन्यत्र और गौशाला का निर्माण कराना होगा. वर्तमान में लोहा चदरा से शेड का निर्माण किया जा रहा है.

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गौशाला में 40 गायों को रखा जायेगा : अमित पोद्दार

राज्यसभा के प्रतिनिधि अमित पोद्दार ने कहा कि गौशाला का निर्माण होने पर वहां 40 गायों को रखा जायेगा. गुमला शहर के विभिन्न चौक- चौराहों पर लावारिस हालत में सैकड़ों गाय घूमते रहती है. कभी-कभी बड़ी वाहनों की चपेट में आने से घायल भी होती है या फिर मौत भी हो जाती है. इसको ध्यान में रखते हुए उनके रख-रखाव के लिए राज्यसभा सांसद की पहल पर गौशाला का निर्माण किया जा रहा है. उसकी देखरेख के लिए श्मशान घाट सह गौशाला कमेटी का गठन भी किया जायेगा.

उन्होंने गायों के खाने के संबंध में बताया कि 500 डब्बा बनवाकर व्यापारिक प्रतिष्ठानों में वितरण किया जायेगा. उनके माध्यम से प्रत्येक दिन गायों के खाने के लिए व्यवस्था की जायेगी. गाय के गोबर व अगर कोई गाय दूध देगी, तो उसके दूध व गोबर की बिक्री कर उसका एक खाता संचालन किया जायेगा. जिसका खर्च गौशाला के उपयोग के लिए किया जायेगा. उन्होंने बताया कि गाय की सेवा के लिए कमेटी गठन कर बाहर से एक व्यक्ति को रखा जायेगा. जिसके माध्यम से उसकी देखरेख की जायेगी. उसे कमेटी द्वारा मानेदय भी दिया जायेगा.

Posted By: Samir Ranjan.

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