डायन बिसाही के शक में वृद्ध दंपती की हत्या कर शव को पत्थर से बांधकर डैम में फेंका, तीन गिरफ्तार

झारखंड के गुमला जिला में घाघरा थाना के हालमाटी गांव निवासी लिट्टू उरांव (65) व उसकी पत्नी शनियारो देवी (60) की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके नाम जीतराम उरांव, सुना उरांव व मांदो मुंडा हैं. इन लोगों ने अंधविश्वास में आकर डायन बिसाही का आरोप लगाकर वृद्ध दंपती की हत्या कर उनके शव को रस्सी व पत्थर से बांधकर मसरिया डैम में फेंक दिया गया था.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 21, 2020 9:07 PM

गुमला : झारखंड के गुमला जिला में घाघरा थाना के हालमाटी गांव निवासी लिट्टू उरांव (65) व उसकी पत्नी शनियारो देवी (60) की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके नाम जीतराम उरांव, सुना उरांव व मांदो मुंडा हैं. इन लोगों ने अंधविश्वास में आकर डायन बिसाही का आरोप लगाकर वृद्ध दंपती की हत्या कर उनके शव को रस्सी व पत्थर से बांधकर मसरिया डैम में फेंक दिया गया था.

घटना के 35 दिन बाद पुलिस ने वृद्ध दंपती हत्याकांड का खुलासा किया है. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की और शनिवार को कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद गुमला जेल भेज दिया. गुमला अनुमंडल के एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने थाना परिसर में बताया कि मसरिया डैम में लिट्टू के शव को ग्रामीणों ने देखा था.

इसके बाद शव निकालकर उसका पोस्टमार्टम कराया गया. दूसरे दिन उसकी पत्नी का भी शव उसी डैम से बरामद हुआ. इसके बाद लिट्टू की बेटी शीला कुमारी ने घाघरा थाना में केस दर्ज कराया. इसमें जीतराम उरांव, एतवा उरांव को आरोपी बनाया गया था. लिट्टू की बेटी के अनुसार, उसके माता-पिता का अपहरण करके डायन बिसाही के आरोप में हत्या कर दी गयी थी.

Also Read: झारखंड में प्रेमिका से मिलने पहुंचा था युवक, गांव के लोगों ने मिलकर किया यह काम

पुलिस ने जांच की, तो हत्या में जीतराम उरांव व एतवा उरांव के अलावा सुना उरांव, मांदो मुंडा व भरथो उरांव की संलिप्तता भी पायी गयी. जीतराम को गिरफ्तार किया गया, तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. जीतराम की निशानदेही पर सुना उरांव व मांदो मुंडा को पकड़ा गया. भरथो उरांव व एतवा उरांव अब भी फरार हैं.

आरोपियों ने बतायी हत्या करने की वजह

पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपियों ने बताया कि लिट्टू व शनियारो डायन थे और जादू-टोना करते थे. दोनों, जिसको चाहते थे, उसको बर्बाद कर देते थे. वहीं, सुना ने बताया कि उसकी बेटी की आंख की रोशनी चली गयी थी. डायन बिसाही कर उसकी बेटी की आंख को खराब कर दिया गया था. जब से वृद्ध दंपती की मौत हुई है, तब से उसकी बेटी की आंख भी ठीक होने लगी है.

Also Read: डॉ शंभु प्रसाद से PLFI के नाम पर 20 लाख की लेवी मांगने वाले 4 शातिर अपराधी गिरफ्तार

जीतराम ने बताया कि भरथो ने इनकी मदद की, क्योंकि दोनों मृतक की सिर्फ बेटियां हैं. आदिवासी समाज में जमीन-जायदाद बेटियों को नहीं मिलती. इन लोगों की मौत के बाद सारी संपत्ति भरथो का हो जाता. अभी एतवा व भरथो दोनों फरार हैं. दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. जल्द ही उन लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version