अभद्र व्यवहार करने वाले वनकर्मी पर हो कार्रवाई
डीएफओ ने कहा, मामले की जांच करने के बाद करेंगे कार्रवाई
गुमला. गुमला के सीसी कतरी जंगल से जलावन के लिए सूखी लकड़ी ला रही आदिवासी बच्चियों के साथ वनकर्मी द्वारा गाली-गलौज करने के विरोध में झारखंड आदिवासी छात्र संघ गुमला के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को डीएफओ गुमला से मुलाकात की. जुलूस की शक्ल में आछासं के लोग डीएफओ कार्यालय पहुंचे थे. मौके पर संघ के पदाधिकारियों ने डीएफओ को मामले की जानकारी देते हुए लड़कियों से गाली-गलौज करने वाले वनकर्मी पर कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन करने व एसटी-एससी थाना में केस दर्ज कराने की बात कही. संघ के पदाधिकारियों की शिकायत पर डीएफओ ने आश्वस्त किया कि मामले की जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. डीएफओ से मुलाकात करने वालों में आदिवासी छात्र संघ के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार भगत, कार्यकारी अध्यक्ष महावीर उरांव, भूषण उरांव, तरुण उरांव, जोकर खड़िया, अनमोल उरांव, विवेक उरांव, अमर उरांव, माइकल उरांव, बुद्धिमान उरांव, संजू उरांव समेत अन्य शामिल थे. बता दें कि लड़कियों से हुए अभद्र व्यवहार का वीडियो जिला परिषद सदस्य तेतरू उरांव ने प्रभात खबर को उपलब्ध कराया था.
कार्रवाई नहीं हुई, तो उग्र आंदोलन करेंगे : अध्यक्ष
जिलाध्यक्ष अशोक कुमार भगत ने कहा है कि जंगल से पेड़ काटना अपराध है. इसकी सजा मिलनी चाहिए. परंतु ग्रामीण परिवेश में पुरखा समय से सूखी लकड़ियों का उपयोग गांव के लोग जलावन के लिए करते आये हैं. आज भी गांवों की स्थिति अधिक बदली नहीं है. गरीबी के कारण लोग रसोई गैस का उपयोग नहीं कर पाते हैं. इस कारण जंगल से सूखी लकड़ी चुन कर घर लाती हैं, जिससे घर का चूल्हा जलता है. परंतु जिस प्रकार वनरक्षी ने जंगल से घर लौट रही लड़कियों के साथ अभद्र व्यवहार किया है, यह गलत है. लड़कियों के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाया गया है. इसलिए दोषी पर कार्रवाई नहीं होने पर हम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
