पति की हत्या के बाद परिवार के साथ दर-दर भटक रही सुरमीला, आश्वासन मिला, परंतु सरकारी मदद नहीं मिली

पदाधिकारियों द्वारा कहा गया था कि प्रशासन पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ है. उनके लिए सरकारी आवास, मृतक की पत्नी को विधवा पेंशन व बूढ़े सास-ससुर को वृद्धा पेंशन के अलावा राशन कार्ड मुहैया कराया जायेगा. लेकिन आज तक इस परिवार को किसी भी तरह की सरकारी मदद नहीं मिली. सुरमीला ने बताया कि पति की मौत के बाद घर में कमाने वाला कोई नहीं है.

By Prabhat Khabar | June 22, 2021 1:18 PM

गुमला : घाघरा प्रखंड के बनियाडीह गांव निवासी सुरमीला उरांव (30) अपने बूढ़े सास-ससुर व दो छोटे बच्चों को लेकर दर-दर की ठोकर खा रही है. प्रखंड प्रशासन के द्वारा दिये गये आश्वासन के बाद भी आज तक सरकारी सुविधा नहीं मिली है. इस संबंध में सुरमीला ने बताया कि 29 जून 2020 को उसके पति ठाकुर उरांव को अपराधियों ने लूटपाट के दौरान गांव के पास गोली मार कर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद बीडीओ विष्णुदेव कच्छप के अलावा कई वरीय पुलिस अधिकारी हमारे घर आये थे.

पदाधिकारियों द्वारा कहा गया था कि प्रशासन पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ है. उनके लिए सरकारी आवास, मृतक की पत्नी को विधवा पेंशन व बूढ़े सास-ससुर को वृद्धा पेंशन के अलावा राशन कार्ड मुहैया कराया जायेगा. लेकिन आज तक इस परिवार को किसी भी तरह की सरकारी मदद नहीं मिली. सुरमीला ने बताया कि पति की मौत के बाद घर में कमाने वाला कोई नहीं है.

उसके दो बच्चे आयुष (9) व गौतम (5) हैं. साथ में उसके बूढ़े ससुर गेंदवा उरांव (70) व सास बंधन देवी (65) रहती है. जिसके सामने खाने के लाले पड़ गये हैं. मजबूरी में सुरमीला अब दूसरों के घरों में जाकर मजदूरी करके अपने दो बच्चे व सास-ससुर को पाल रही है. सुरमीला ने बताया कि मजदूरी में इतना पैसा नहीं मिलता है कि बूढ़े सास, ससुर और बच्चों का खर्च उठाया जा सके.

मदद की जायेगी : बीडीओ

बीडीओ विष्णुदेव कच्छप ने कहा कि घटना के बाद से परिवार के कोई भी लोग प्रखंड कार्यालय से संपर्क नहीं किये हैं. हालांकि अब उन्होंने यह भी कहा कि अपने कर्मचारियों को भेज कर सारा दस्तावेज मंगा कर सारी सुविधा मुहैया करायी जायेगी.

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