ईश्वरीय वरदान है धर्मसमाजी जीवन

उर्सुलाइन धर्मसमाज की 18 धर्मबहनों ने प्रथम मन्नत धारण की ऐसे माता-पिता महान होते हैं, जो अपने पुत्र अथवा पुत्री को ईश्वरीय राह के लिए बलिदान करते हैं गुमला : उर्सुलाइन धर्मसमाज की 18 धर्मबहनों ने शुक्रवार को गुमला के संत पात्रिक महागिरिजा में प्रथम मन्नत धारण की. इस अवसर पर संत पात्रिक महागिरिजा में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 9, 2017 8:43 AM
उर्सुलाइन धर्मसमाज की 18 धर्मबहनों ने प्रथम मन्नत धारण की
ऐसे माता-पिता महान होते हैं, जो अपने पुत्र अथवा पुत्री को ईश्वरीय राह के लिए बलिदान करते हैं
गुमला : उर्सुलाइन धर्मसमाज की 18 धर्मबहनों ने शुक्रवार को गुमला के संत पात्रिक महागिरिजा में प्रथम मन्नत धारण की. इस अवसर पर संत पात्रिक महागिरिजा में विशेष अनुष्ठान हुआ. गुमला धर्मप्रांत के बिशप पौल अलविस लकड़ा की अगुवाई में धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुआ.
उन्होंने प्रथम मन्नत धारण करने वाली उर्सुलाइन धर्मसमाज की 18 धर्मबहनों को आज्ञाकारिता, शुद्धता एवं निर्धनता का संकल्प दिलाया. बिशप ने कहा कि धर्मसमाजी जीवन ईश्वरीय वरदान है. ऐसे माता-पिता महान होते हैं, जो अपने पुत्र अथवा पुत्री को ईश्वरीय राह के लिए बलिदान करते हैं. बिशप ने कहा कि हम सभी ईश्वर द्वारा चुने गये लोग हैं.
ईश्वर ने हमारा चुनाव विशेष कार्य के लिए किया है. ईश्वर ने हमें जो जिम्मेवारी सौंपी है, उस जिम्मेवारी को ईमानदारी से पूरा करना है. बिशप ने प्रथम मन्नत धारण करने वाली उर्सुलाइन धर्मसमाज की धर्मबहनों को उनके व्रतीय जीवन से अवगत कराते हुए कहा कि ईश्वर की राह पर चलना आसान नहीं है, लेकिन ईश्वर जिसे अपने लिये चुनते हैं, उनमें उस राह पर चलने की शक्ति भी प्रदान करते हैं.

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