शौचालय निर्माण में गड़बड़ी

बिशुनपुर: घर-घर में शौचालय का निर्माण कराने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, ताकि कोई भी खुले में सोच न जाये और भारत एक स्वच्छ राष्ट्र बन सके. लेकिन बिशुनपुर प्रखंड में सरकार की सोच को ग्रहण लगता दिख रहा है. यहां शौचालय निर्माण में भारी गड़बड़ी हो रही है. सभी घरों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 23, 2017 11:44 AM
बिशुनपुर: घर-घर में शौचालय का निर्माण कराने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, ताकि कोई भी खुले में सोच न जाये और भारत एक स्वच्छ राष्ट्र बन सके. लेकिन बिशुनपुर प्रखंड में सरकार की सोच को ग्रहण लगता दिख रहा है. यहां शौचालय निर्माण में भारी गड़बड़ी हो रही है. सभी घरों में 12 हजार रुपये की लागत से पीएचइडी से ग्राम संगठन द्वारा शौचालय का निर्माण कार्य चल रहा है.

बिशुनपुर प्रखंड में लोग शौचालय जैसी महवपूर्ण योजना में भी ठेकेदारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं, जिससे घटिया शौचालय का निर्माण हो रहा है. सरकारी प्रावधानों के अनुसार, शौचालय की नींव डेढ़ फीट तक खोदनी है, जबकि मात्र छह इंच नींव पर शौचालय बनाया जा रहा है. यही नहीं, सेफ्टी टंकी तीन बाइ तीन बनानी है, उसे गिलास आकार का बना कर खानापूरी की जा रही है. यही नहीं शौचालय में घटिया ईंट का भी प्रयोग किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है. बिशुनपुर प्रखंड में हो रहे घटिया शौचालय निर्माण के संबंध में जब जेएसएलपीएस के बीपीएम अरुण सिंह से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मेरा काम गुणवत्ता सही करना नहीं, बल्कि सिर्फ महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना है. बाकी उन्हें जैसा अच्छा लगता है वह करें. काम सही कराने की जिम्मेवारी ग्रामीणों की है. इसमें मैं कुछ भी नहीं कर सकता हूं.

पीएचइडी के कनीय अभियंता कृष्णा लोहरा से जब शौचालय की गुणवत्ता के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि शौचालय की नींव डेढ़ फीट खोदी जानी है. सेफ्टी टैंक तीन बाइ तीन गोला कार का होना चाहिए. अगर इस प्रकार नहीं बनाया जा रहा है, तो वह गलत है.

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