मुखिया, पंचायत व रोजगार सेवक ने नहीं जमा किया पैसा

मनरेगा कार्यों में तीनों ने मिल कर अधिक पैसा निकाला है बीडीओ ने नजारत में पैसा जमा करने का निर्देश दिया था बीडीओ के आदेश को पंचायत के अधिकारी नहीं मान रहे हैं गुमला : सिसई प्रखंड की भदौली पंचायत के मुखिया, पंचायत सेवक व रोजगार सेवक ने अभी तक मनरेगा के कार्यों का पैसा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 23, 2017 10:13 AM
मनरेगा कार्यों में तीनों ने मिल कर अधिक पैसा निकाला है
बीडीओ ने नजारत में पैसा जमा करने का निर्देश दिया था
बीडीओ के आदेश को पंचायत के अधिकारी नहीं मान रहे हैं
गुमला : सिसई प्रखंड की भदौली पंचायत के मुखिया, पंचायत सेवक व रोजगार सेवक ने अभी तक मनरेगा के कार्यों का पैसा नजारत में जमा नहीं किया है, जबकि बीडीओ मनोरंजन कुमार ने 15 जून को ही पत्र जारी कर तीनों प्रतिनिधियों को 24 घंटे के अंदर मनरेगा का पैसा जमा करने का निर्देश दिया था. तीनों प्रतिनिधि बीडीओ का आदेश नहीं मान रहे हैं.
बताया जा रहा है कि इन तीनों प्रतिनिधियों ने मिल कर मनरेगा कार्यों की मजदूरी मद का 58 हजार 116 रुपये व सामग्री मद का 28 हजार 13 रुपये अधिक निकाल कर सरकारी राशि की बंदरबांट की है. भदौली की पंचायत समिति सदस्य सुनीता देवी की जांच से मामला सामने आया. इसके बाद सुनीता देवी ने इसकी शिकायत बीडीओ से की थी. जब मामले की जांच की गयी, तो पाया गया कि मुखिया, पंचायत सेवक व रोजगार सेवक ने मिल कर सरकारी राशि की बंदरबांट की है. इसके बाद बीडीओ ने तीनों प्रतिनिधियों को पैसा जमा करने के लिए कहा.
15 जून को पत्र जारी कर दो दिन के अंदर नजारत में पैसा जमा करने का निर्देश दिया है. अभी तक पैसा जमा नहीं हुआ है. दोबारा पैसा जमा करने के लिए पत्र लिखेंगे. अगर इसके बाद भी पैसा जमा नहीं हुआ, तो कार्रवाई की जायेगी.
मनोरंजन कुमार, बीडीओ, सिसई
भदौली पंचायत के मुखिया, पंचायत सेवक व रोजगार सेवक ने सरकारी राशि का बंदरबांट किया है. जांच में मामला सही मिला है. पैसा वसूली करना है. लेकिन अभी तक पैसा वसूली नहीं हुआ है. यह बड़ा गंभीर मामला है.
सुनीता देवी, पंचायत समिति सदस्य
बीडीओ ने पत्र में लिखा है
सरकारी राशि के बंदरबांट का मामला सही मिलने के बाद बीडीओ ने मुखिया, पंचायत सेवक व रोजगार सेवक को पत्र लिखा है. पत्र में कहा है कि पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर आप लोगों द्वारा मनरेगा कार्यों में ज्यादा निकाली गयी राशि को वापस नजारत में जमा करें, नहीं तो मुखिया का वित्त शक्ति खत्म करने, पंचायत सेवक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई व रोजगार सेवक को सेवामुक्त करने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा जायेगा.

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