महागामा नहर चौक से भालूकित्ता तक सड़क जर्जर, राहगीरों की मुश्किलें बढ़ी
पैदल चलने लायक नहीं, 10 पंचायतों के ग्रामीण हैं परेशान
महागामा. महागामा नहर चौक से लेकर भालूकित्ता तक जाने वाली मुख्य सड़क की जर्जर स्थिति ने राहगीरों की परेशानी बढ़ा दी है. वर्षों से मरम्मत नहीं होने के कारण सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. इन दिनों बरसात के मौसम में गड्ढों में पानी भर जाने से स्थिति और भी खराब हो गयी है. कीचड़ और जलजमाव के कारण राहगीरों और वाहन चालकों को आवागमन के दौरान कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों प्रदीप पोद्दार, बंटी जायसवाल, संजय महतो, दीपक साह, पवन सिंह, राजेंद्र मरांडी का कहना है कि इस सड़क से महागामा प्रखंड के करीब 10 पंचायतों के लोग आवागमन करते हैं. आये दिन सड़क पर फिसलकर लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. कई बाइक सवार और पैदल यात्री पानी से भरे गड्ढों में गिरकर चोटिल हो चुके हैं. सड़क की खराब हालत के बावजूद लोग मजबूरी में इसी मार्ग से गुजरने को विवश हैं. यह सड़क करणु, हरिनचरा, भालूकित्ता, बेलटिकरी, भांजपुर समेत दर्जनों गांवों को प्रखंड कार्यालय और जिला मुख्यालय से जोड़ती है. यहां से रोजाना छोटी चारपहिया गाड़ियां, ऑटो, पिकअप वैन सहित कई वाहन गुजरते हैं, लेकिन जर्जर सड़क के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है . ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के किनारे शीतला मंदिर भी स्थित है. वर्षों से इस सड़क की मरम्मत की मांग की जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क सुधरने से न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि व्यापार और रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी. लेकिन अब तक सड़क की मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. लोगों ने विभागीय उदासीनता पर नाराजगी जतायी है.
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