श्रीराम कथा में शिव चरित्र का हुआ मनोहारी वर्णन
पंडित रविशंकर ठाकुर ने सुनायी मां सती और भगवान शिव की भावपूर्ण कथा
गोड्डा जिला मुख्यालय के समीप कझिया नदी के सुंदर तट पर स्थित कन्हवारा गांव में संगीतमयी श्रीराम कथा का आयोजन जारी है. कथा के दूसरे दिन संध्या वेला में कथावाचक पंडित रविशंकर ठाकुर ने भगवान शिव के चरित्र का मनोहारी और भावपूर्ण वर्णन किया. कथावाचक ने मां पार्वती के जन्म, कामदेव के भस्म होने तथा भगवान शिव द्वारा विवाह के लिए सहमति देने की कथा को रोचक अंदाज में प्रस्तुत किया. उन्होंने राजा दक्ष प्रजापति द्वारा भगवान शिव का अपमान करने हेतु आयोजित महायज्ञ का उल्लेख किया, जिसमें भगवान शिव को छोड़कर सभी देवताओं को आमंत्रित किया गया था. सती के आग्रह पर जब वे पिता के यज्ञ में पहुंचीं और वहां शिव का अपमान होते देखा, तो उन्होंने स्वयं को हवन कुंड में समर्पित कर दिया. इसके बाद भगवान शिव के गणों ने यज्ञ स्थल को विध्वंस कर दिया और समस्त ब्रह्मांड उनके क्रोध का पात्र बना. रात्रि 9 बजे कथा विश्राम के पश्चात मुख्य यजमान पवन साह एवं उनकी धर्मपत्नी आशा देवी ने पंडित रविशंकर ठाकुर की आरती उतारी. इस अवसर पर पूर्व मुखिया परमानंद साह, ग्राम प्रधान घनश्याम मांझी, जनार्दन मांझी, भवेश रजक, विकास रजक, परमानंद यादव, जनार्दन साह, विभीषण साह, शशि हजारी, ज्योतिष साह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे.
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