मदरसा छात्रा की संदिग्ध मौत मामले में सीबीआई जांच की मांग
अनुमंडल कार्यालय गेट के पास अनिश्चितकालीन धरना शुरू
महागामा थाना क्षेत्र के कसबा गांव स्थित उम्मुल मोमिन जामिया आयशा लिल बनात मदरसा में 14 वर्षीय नाबालिग छात्रा की संदेहास्पद स्थिति में हुई मौत के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर अनुमंडल कार्यालय गेट के समीप अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. धरना का नेतृत्व कर रहे आफताब आलम ने साफ आरोप लगाया कि छात्रा ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या की गयी है. उन्होंने कहा कि जब तक सीबीआई जांच की घोषणा नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा. साथ ही चेतावनी दी कि यदि सरकार या प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाये, तो आंदोलन को और भी उग्र रूप दिया जाएगा. धरना में शामिल लोगों ने हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और सीबीआई जांच कराओ, हत्यारे को सज़ा दिलाओ जैसे नारे लगाये.
28 अगस्त को मदरसा में फंदे से लटका मिला था शव
गौरतलब है कि 28 अगस्त को मदरसे में छात्रा का शव फंदे से झूलता हुआ मिला था. मामले की गंभीरता को देखते हुए शव का पोस्टमार्टम गोड्डा के बजाय दुमका में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा कराया गया था. फिलहाल पुलिस जांच जारी है. इस बीच, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए झारखंड राज्य महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी एवं अल्पसंख्यक आयोग के प्रतिनिधियों ने भी घटनास्थल का दौरा कर जांच की है. धरना में मोहम्मद जुबैर, मोहम्मद मकसूद, मोहम्मद इकराम, मोहम्मद तय्यब समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणों और समाज के लोगों ने भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
