झारखंड : कुदाल और टोकरी थाम तालाब साफ करने में जुटी गोड्डा की सैकड़ों महिलाएं, जमकर हुई तारीफ

गोड्डा की सैकड़ों महिलाओं ने तालाब साफ करने को ठानी है. इसी के तहत हाथ में कुदाल और टोकरी लिये साफ-सफाई में जुट गयी. महिलाओं के इस कार्य को देख क्षेत्र के पुरुष में उनका साथ देने लगे. बताया गया कि जेएसएलपीएस से जुटी इन सखी दीदियों के इस कार्य की खूब प्रशंसा हो रही है.

By Prabhat Khabar Print Desk | March 14, 2023 10:49 PM

Jharkhand News: गोड्डा जिला अंतर्गत पथरगामा प्रखंड के परसपानी गांव के सामुदायिक तालाब की खुदायी और गंदगी को श्रमदान से साफ करने का जिम्मा महिलाओं ने उठायी है. महिलाएं कुदाल और टोकरी लेकर अपने कदम आगे बढ़ाते हुए श्रमदान कर तालाब को साफ करने का बीडा उठा लिया है. मंगलवार को खुशी आजिविका समूह से जुडी महिलाओं ने इसका श्रीगणेश किया.

महिलाओं के इस कार्य में पुरुषों का भी मिला साथ

जेएसएलपीएस महिला समूह की महिलाओं के इस कार्य में गांव के लोगों ने भी हाथ बढ़ाकर सहयोग किया.आजीविका समूह की सैकडों महिला और पुरुष इस कार्य में जुट गये तथा श्रमदान कर मिट्टी की कटाई का काम किया. बताया गया कि तालाब की गंदगी से ग्रामीण परेशान थे. गर्मी में तालाब सूख जाने के कारण आजीविका समुह की महिलाओं ने इस परेशानी के समाधान के लिए ठाना था कि इस बार इस तालाब को श्रमदान कर साफ किया जाये.

समूह की महिलाओं को किया गया प्रमोट

समूह की इन महिलाओं को जेएसएलपीस के अधिकारियों द्वारा प्रमोट किया गया. जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक राहुल रंजन ने बताया कि खुशी आजीविका कलस्टर संगठन द्वारा विशेष बैठक में इस तालाब की सफाई एवं खुदाई करने का निर्णय लिया गया था जिसे मंगलवार 14 मार्च, 2023 को मूर्त रूप दिया गया.

Also Read: झारखंड : देवघर में दो रेलवे ओवरब्रिज निर्माण की मिली हरी झंडी, अब जाम से मिलेगी मुक्ति

समाज की बेहतरी के लिए महिलाओं ने उठाया कदम

संगठन के सदस्यों के कहा कि काफी दिनों से तालाब में गंदगी के कारण गांव के आसपास के लोग इसके पानी का उपयोग नहीं कर पा रहे थे. इसका मुख्य उद्देश्य समाज की बेहतरी के लिए समुदाय की सामूहिक कार्यों को बढ़ावा एवं सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण का निर्माण करना है. बताया कि अब इस क्षेत्र के पशुओं को भी पीने के लिए साफ-सुथरा पानी मिलेगा.

जिले के अन्य तालाबों को भी किया गया चिह्नित

वहीं, क्लस्टर संगठन के सदस्यों ने बताया कि इस तरीके से प्रखंड में और भी तालाब है. जिसका उपयोग भी इस कारण से नहीं हो पा रहा है. वैसे तालाबों को भी चिह्नित कर सखी मंडल की दीदियों द्वारा श्रमदान कर सफाई करने का निर्णय लिया है. बताया गया कि जिले के नौ प्रखंडों में कुल 43 संकुल संगठन है. बड़े पैमानों पर इस तरह का आयोजन कर साफ- सफाई किया जा रहा है. श्रमदान कार्यक्रम में सखी मंडल की सैकड़ों महिलाएं, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक चंदन आचार्य, सुरैया, देशबंधु, बीपीओ चंदन कुमार, पवन कुमार, प्रत्यूषा, रेखा, शमीम अख्तर, ताराचंद आदि शामिल थे.

Next Article

Exit mobile version