जनजातीय गांवों को समृद्ध बनाने की दिशा में प्रशासनिक पहल
मेहरमा प्रखंड सभागार में बीडीओ ने दिया कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण
जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार जनजातीय बहुल गांवों के समग्र विकास को लेकर मंगलवार को मेहरमा प्रखंड कार्यालय स्थित सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत बीडीओ अभिनव कुमार, बीडीपीओ साहेबलाल हांसदा, सीडीपीओ पूनम कुमारी एवं अजीत कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर की गयी. प्रशिक्षण में स्वास्थ्य विभाग, आंगनबाड़ी, सुपरवाइजर एवं प्रखंड कर्मियों को शामिल किया गया. बीडीओ ने उपस्थित कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा ऐसे जनजातीय गांवों को चिन्हित कर योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा, जहां आज भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. उन्होंने कहा कि जिन गांवों में पेयजल, सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामुदायिक भवन जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, उन गांवों के लिए योजनाओं की सूची 2 अक्टूबर तक तैयार कर जिला को भेजी जाएगी. इसके अलावा ब्लॉक कर्मयोगी योजना के तहत प्रखंड कर्मियों को गांव में जाकर 20 लोगों को प्रशिक्षित करना है और उन्हें सरकार की योजनाओं से अवगत कराना है, ताकि वे अपने अधिकारों व सुविधाओं के प्रति जागरूक हो सकें. इस अवसर पर डॉ. राजकुमार शील, डॉ. अजय तिवारी, डॉ. बालेश्वर निराला, अंबुज कुमार मुर्मू, राजीव रेमंड मुर्मू, रीना कुमारी, खगेश रमानी सहित कई पदाधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे. यह पहल जनजातीय गांवों के विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम मानी जा रही है.
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