Giridih News :शहीद-ए-आजम को निवेदित किया कृतज्ञ राष्ट्र का प्रणाम

Giridih News :शहादत दिवस पर जगह-जगह याद किये गये सरदार भगत सिंह के साथ राजगुरु व सुखदेवजिलेभर में शहर से गांव तक जगह-जगह रविवार को शहीद-ए-आजम भगत सिंह का शहादत दिवस मनाया गया.

By PRADEEP KUMAR | March 23, 2025 10:52 PM

भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू का मनाया गया शहीद दिवस

युवा पीढ़ी को क्रांतिकारी शहीदों से प्रेरणा लेने की जरूरत : शिवनाथशहादत दिवस पर जगह-जगह याद किये गये सरदार भगत सिंह के साथ राजगुरु व सुखदेव

जिलेभर में शहर से गांव तक जगह-जगह रविवार को शहीद-ए-आजम भगत सिंह का शहादत दिवस मनाया गया. इस दौरान गिरिडीह शहर सहित विभिन्न प्रखंडों में विभिन्न स्थानों पर लोगों ने सरदार भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके प्रति कृतज्ञ देश का प्रणाम निवेदित किया.

नेहरू युवा केंद्र के बैनर तले हुआ कार्यक्रम

नेहरू युवा केंद्र के बैनर तले मानव सेवा संस्थान फाउंडेशन की ओर से रविवार को गिरिडीह सदर प्रखंड के महेशलुंडी पंचायत के कैलीबाद पंचायत भवन में शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू का शहीद दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता गिरिडीह मानव सेवा संस्थान फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रकाश श्रीवास्तव ने की जबकि संचालन फाउंडेशन के सचिव जगजीत सिंह बग्गा ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू की छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महेशलुंडी पंचायत के मुखिया शिवनाथ साव मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि इन तीनों वीर सपुतों को ब्रिटिश हुकूमत ने फांसी के फंदे पर झुला दिया. इस दौरान भी भारत माता के तीनों सपूत मुस्कुराते रहे और देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते फांसी चढ़ गये. कहा कि सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के पदचिह्नों पर चलकर आगे बढ़े और समाज व देश के लिए अपना योगदान दें. जिस प्रकार से उन वीरों ने नि:स्वार्थ भाव से आजादी की लड़ाई लड़ी, उसी प्रकार से हमलोग भी क्षेत्र में नि:स्वार्थ भाव से सामाजिक कार्य करे और समाज व देश को आगे बढ़ाएं. कहा कि आज की युवा पीढी़ को इन तीनों क्रांतिकारी शहीदों से प्रेरणा लेने की जरूरत है. सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश मंडल ने कहा कि आजादी की लड़ाई में इन तीनों सपुतों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान था. उन्होंने अपने युवाकाल में युवाओं में क्रांति लाने का काम किया और काफी संख्या में युवाओं के सहयोग से स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई लड़ी. कहा कि आज की युवा पीढ़ी को इनसे प्रेरणा लेकर देश के विकास में सकारात्मक पहल करने की आवश्यकता है. मौके पर पूर्व मुखिया हरगौरी साव छक्कू, लखन ठाकुर, अनंत कुमार, चितम्बर मंडल, सोरन मंडल, गोविंद साव, पिंटू मंडल, संदीप कुमार, शांति देवी, मालती देवी आदि थे.

भगत सिंह ने हमें अधिकार के लिए लड़ना सिखाया : विनोद सिंह

सरिया में आरवाइए ने दी श्रद्धांजलि

भगत सिंह चौक सरिया में रविवार को शहीदे आजम सरदार भगत सिंह का शहादत दिवस मनाया गया. शुरुआत सरदार भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर हुई. मुख्य अतिथि बगोदर से पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह समेत आरवाइए व भाकपा माले के सदस्य मौजूद थे. श्री सिंह ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव भारत देश की आजादी की लड़ाई लड़ते-लड़ते शहीद हो गये. अंग्रेजों ने आज ही के दिन 23 मार्च 1931 को उन्हें फांसी के फंदे पर लटका दिया था. भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानी ने हम भारतीयों को अपने अधिकार के लिए जीवन के अंतिम क्षण तक लड़ने के लिए सिखाया है. लेकिन, स्वतंत्रता के बाद भी आज भी देश के मजदूर, किसान, छात्र, नौजवान, बेरोजगार अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं. लेकिन, केंद्र की सरकार को इनसे कोई मतलब नहीं है. आज केंद्र के कई सरकारी कार्यालय से सरदार भगत सिंह की तस्वीर हटा दी गयी है, जो शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव जैसे क्रांतिकारियों का अपनाम है. अध्यक्षता करते हुए भाकपा माले के विजय कुमार सिंह ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने भारत की आजादी में अहम भूमिका निभायी और देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर चढ़ गए. श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके त्याग व बलिदान को याद किया गया. मौके पर भाकपा माले नेता संदीप जायसवाल, पूरन महतो, परमेश्वर महतो, केदार मंडल, सोनू पांडेय, जिम्मी चौरसिया, कुश कुमार, अमन पांडेय, लक्ष्मण मंडल, आनंद मंडल, महेंद्र मंडल आदि थे.

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