संस्कृत गीत स्पर्धा के निर्णायक बने गिरिडीह के राजेश कुमार उपाध्याय
Giridih News :उत्तर प्रदेश शासन के भाषा विभाग द्वारा छह और सात सितंबर को लखनऊ में आयोजित राज्यस्तरीय संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता में गिरिडीह के जाने-माने भाषाविद राजेश कुमार उपाध्याय को संस्कृत गीत प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में सम्मानित किया गया.
संस्कृत गीत स्पर्धा के निर्णायक बने गिरिडीह के राजेश कुमार उपाध्याय
8. गिरिडीह. 57. सम्मान प्राप्त करते राजेश कुमार उपाध्याय
उत्तर प्रदेश शासन के भाषा विभाग द्वारा छह और सात सितंबर को लखनऊ में आयोजित राज्यस्तरीय संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता में गिरिडीह के जाने-माने भाषाविद राजेश कुमार उपाध्याय को संस्कृत गीत प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में सम्मानित किया गया. यह प्रतियोगिता लखनऊ स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित की गयी थी. इस सम्मान को लेकर श्री उपाध्याय ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इतने बड़े और भव्य कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका निभाना गर्व की बात है. उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए विलक्षण प्रतिभागियों ने अपनी शोभनीय प्रस्तुति से अतिथियों, श्रोताओं व निर्णायकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. श्री उपाध्याय ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिवार को दिया. उन्होंने बताया कि संस्कृत के प्रति उनका लगाव और समर्पण अपने दादाजी, व्याकरण गोल्ड मेडलिस्ट भगवान उपाध्याय जी और पिताजी, प्रसिद्ध वेद-पुराण प्रवक्ता डॉ. विनोद कुमार उपाध्याय ””””भागवत मधुरेश”””” से मिला. उन्होंने कहा कि यह सम्मान उनके माता-पिता और ईश्वर के आशीर्वाद का सुखद परिणाम है. इस अवसर पर श्री उपाध्याय ने विद्यार्थियों से संस्कृत भाषा को अपनाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि आने वाला समय संस्कृत और हिंदी जैसी भाषाओं के लिए रोजगारपरक और राष्ट्र के विकास में सहायक सिद्ध होगा. उन्होंने विद्यार्थियों को संस्कृत के माध्यम से सिविल सेवा जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में भी सफलता पाने के लिए प्रोत्साहित किया.
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