Giridih News: नये कांग्रेस जिलाध्यक्ष का जमुआ में विरोध
Giridih News: कहा कि गया कि प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी में लगातार कार्य करने वाले नेताओं की उपेक्षा की है. मशहर इमाम ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व बराबर आवाज दे रहा है कि वोट चोर गद्दी छोड़, लेकिन जिले में दो जिलाध्यक्ष बनाये जाने का नारा बुलंद हो रहा है.
गिरिडीह के नये जिलाध्यक्ष सतीश केडिया को बनाये जाने पर जमुआ में बुधवार को कांग्रेसियों ने बैठक की. बैठक पार्टी के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष महशर इमाम की अध्यक्षता डाक बंगला में हुई. इसमें प्रस्ताव पारित किया गया कि यदि केंद्रीय नेतृत्व ने नये जिलाध्यक्ष को पद से मुक्त नहीं किया, तो वे लोग छठ पूजा के बाद इंदिरा भवन दिल्ली में धरना देने को बाध्य होंगे. कहा कि गया कि प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी में लगातार कार्य करने वाले नेताओं की उपेक्षा की है. मशहर इमाम ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व बराबर आवाज दे रहा है कि वोट चोर गद्दी छोड़, लेकिन जिले में दो जिलाध्यक्ष बनाये जाने का नारा बुलंद हो रहा है. प्रदेश के सभी जिलाध्यक्ष के नाम की रायशुमारी का प्रतिवेदन लेकर पर्यवेक्षक पार्टी कार्यालय गये थे, इसके बावजूद जैसे तैसे जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी गयी. इसमें पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गयी है. उन लोगों ने पिछले कई दशक से खून पसीना बहाकर संगठन को मजबूत किया, लेकिन जिलाध्यक्ष सतीश केडिया को बना दिया गया.
…इसलिए जिले में कमजोर हो गया है संगठन
प्रखंड बीस सूत्री सदस्य सच्चिदानंद सिंह ने कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से लोकसभा व विधानसभा चुनाव में एक भी सीट से चुनाव लड़ाने की हिम्मत नहीं दिखाया. सभी पूर्व जिलाध्यक्षों ने पार्टी को पॉकेट पार्टी बना ली. यही कारण है कि जिले में संगठन कमजोर हो गया है. मौके पर अली असगर अंसारी, वरुण दुबे, खुदाबख्श अंसारी, अश्विनी राय, शहाबुद्दीन अंसारी, अर्जुन यादव, मोजाम्मिल सिद्दीकी, राजेश तुरी, कोलेश्वर वर्मा, तौकीर अली, शाह आलम, फैयाज आलम, बेलालुद्दीन, वहाबुद्दीन, मुंसाफ आलम, उमेश दास, इम्तियाज अली, नफील अली, रसूलजान अंसारी, सोहेल आलम, शाहिद इमाम, अमीर अली, किशुन दास आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
