Giridih News: गिरिडीह पुलिस की बड़ी कार्रवाई, केडी ज्वेलर्स में होने वाली डकैती नाकाम
Giridih News: एसपी डॉ विमल कुमार ने बताया कि गिरोह के ज्यादातर सदस्य पेशेवर अपराधी हैं और लगातार अलग-अलग जिलों में वारदातों को अंजाम देते रहे हैं. पुलिस अब इनके पुराने रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है ताकि नेटवर्क का पूरा खुलासा हो सके और सभी मामलों को जोड़ा जा सके.
गिरिडीह पुलिस ने जूलरी दुकान में डकैती की योजना बना रहे अंतरराज्यीय गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया. गिरफ्तार अपराधियों में झारखंड और बिहार के विभिन्न जिलों के युवक शामिल हैं. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जमुआ थाना क्षेत्र के पोबी गांव निवासी भीम सोनी का पुत्र अमरदीप सोनी (25 वर्ष), कोडरमा जिले के जयनगर थाना क्षेत्र के पहरीडीह निवासी प्रयोग सोनी का पुत्र सुधीर पोद्दार (38 वर्ष), जयनगर निवासी प्रकाश स्वर्णकार का पुत्र संजय सोनी (40 वर्ष), राम टहल का पुत्र रोहित कुमार सोनी (26 वर्ष) और बिहार राज्य के गया जिले के विष्णुपथ थाना क्षेत्र के घूघटीटांड़ निवासी राजू भास्कर का पुत्र सुनील भास्कर (35 वर्ष) के रूप में हुई है.
एसपी डॉ बिमल कुमार ने किया खुलासा
गिरिडीह के एसपी डॉ विमल कुमार ने बताया कि 25 अगस्त की रात को पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जमुआ थाना क्षेत्र में एक अंतरराज्यीय गिरोह किसी बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में है. सूचना मिलते ही खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया. छापेमारी दल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जमुआ रेलवे स्टेशन के पास छापेमारी की. इस दौरान वहां खड़ी बाइकों के साथ आठ लोग मौजूद थे. पुलिस को देखते ही सभी भागने लगे. पुलिस टीम ने पीछा कर पांच अपराधियों को मौके से दबोच लिया, जबकि तीन अन्य अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गये. एसपी डॉ विमल कुमार ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि गिरोह जमुआ चौक में स्थित केडी ज्वैलर्स में डकैती की योजना बना रहा था. इसके लिए वे लगातार इलाके में रेकी कर रहे थे. पकड़े गये अपराधियों से पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. अन्य फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.जमुआ के केडी ज्वेलर्स में डकैती की फिराक में था अंतरराज्यीय गिरोह
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ में कबूल किया है कि वे सभी जमुआ चौक स्थित केडी ज्वेलर्स की रेकी कर डकैती की योजना बना रहे थे. अपराधी पहले जमुआ रेलवे स्टेशन के पास जुटे और इसके बाद केडी ज्वेलर्स की ओर बढ़े, लेकिन चौक पर पुलिस की गश्ती पार्टी को देख वे लौट आए. इसी बीच पुलिस ने खदेड़कर पांच अपराधियों को पकड़ लिया जबकि तीन अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे. वहीं पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अपराधियों ने अपने फरार साथियों का भी नाम पुलिस के सामने उजागर कर दिया. फरार अपराधियों में तिलैया थाना क्षेत्र के गोमो निवासी मोहम्मद इस्राफील उर्फ गुड्डू, गया जिला के कंडी थाना क्षेत्र निवासी राजेश पासवान और विष्णुपथ थाना क्षेत्र निवासी राजेश बास्फोर शामिल हैं. पुलिस ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर विशेष टीम बनाकर छापेमारी शुरू कर दी है. एसपी डॉ विमल कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि अपराधियों का नेटवर्क अंतरराज्यीय है और ये लोग संगठित होकर बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं. उन्होंने कहा कि उनके पास से तलाशी के दौरान एक देसी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस, पांच मोबाइल फोन, एक गैस कटर, एक लोहे का सब्बल, दो मोटरसाइकिल भी बरामद किया गया है. कहा कि इस बरामद गैस कटर और सब्बल से साफ है कि अपराधी पूरी तैयारी में थे और शटर काटकर दुकान में घुसने वाले थे. एसपी ने कहा कि फरार अपराधियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और गिरोह के नेटवर्क की पूरी तरह से कमर तोड़ दी जाएगी.
गिरोह का सदस्य सुनील भास्कर का रहा है लंबा आपराधिक इतिहास
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार अपराधियों में शामिल सुनील भास्कर का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. उसके खिलाफ बिहार के गया जिला समेत कई जिले के थानों में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. विष्णुपथ थाना, टेकारी थाना, गया कोतवाली थाना, कतरास थाना, तेल थाना, डेल्हा थाना और रामपुर थाना में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट, चोरी और लूट से जुड़े कुल दो कांड दर्ज हैं. इसी तरह गिरोह के दूसरे सदस्य अमरदीप सोनी पर भी पुलिस रिकॉर्ड दर्ज है. जमुआ थाना क्षेत्र में उसके खिलाफ एक आपराधिक कांड दर्ज है. वहीं फरार अपराधियों में शामिल राजेश बासफोर का भी आपराधिक इतिहास बेहद लंबा है. उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाना, कोतवाली थाना, रामपुर थाना और जयनगर थाना में लूट, डकैती, चोरी और आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं. इसके अलावा फरार अपराधी मोहम्मद इस्राफील उर्फ गुड्डू के खिलाफ भी गया जिला के कोतवाली थाना, रामपुर थाना और जयनगर थाना में आर्म्स एक्ट समेत चोरी और डकैती के कई मामले दर्ज हैं. एसपी डॉ विमल कुमार ने बताया कि गिरोह के ज्यादातर सदस्य पेशेवर अपराधी हैं और लगातार अलग-अलग जिलों में वारदातों को अंजाम देते रहे हैं. पुलिस अब इनके पुराने रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है ताकि नेटवर्क का पूरा खुलासा हो सके और सभी मामलों को जोड़ा जा सके.
छापेमारी दल में ये थे शामिल
छापेमारी दल में जमुआ अंचल के पुलिस निरीक्षक प्रदीप कुमार दास, जमुआ थाना प्रभारी मणिकांत कुमार, घोड़तम्बा थाना प्रभारी धर्मेंद्र अग्रवाल, जमुआ थाना के सब इंस्पेक्टर रोहित कुमार सिंह, जमुआ थाना के एएसआई हरेंद्र कुमार सिंह, वेद प्रकाश पांडे, विजयकांत यादव, आरक्षी जोधन महतो, आरक्षी दिनेश यादव और आरक्षी संदीप करमाली शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
