Giridih news: जिस जमीन पर दिखायी आम बागवानी, वहां लगे हैं जंगली झाड़, जमीन भी रैयती नहीं
Giridih news: जांच में पाया गया कि जिस जमीन पर आम बागवानी दिखायी गयी है, वहां आम के पौधों की जगह जंगली झाड़ लगे हुए है, जबकि एक बगल की बागवानी में कुछ आम के पौधे अवश्य पाये गये. बताया गया कि जिस ज़मीन पर बागवानी की गई है, वह जीएम प्लॉट या फॉरेस्ट की जमीन प्रतीत हो रही है.
खोरीमहुआ एलआरडीसी सुनील प्रजापति मनरेगा योजना की जांच करने शुक्रवार को गावां पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पटना पंचायत में आम बागवानी योजना का निरीक्षण किया. जांच में पाया गया कि जिस जमीन पर आम बागवानी दिखायी गयी है, वहां आम के पौधों की जगह जंगली झाड़ लगे हुए है, जबकि एक बगल की बागवानी में कुछ आम के पौधे अवश्य पाये गये. बताया गया कि जिस ज़मीन पर बागवानी की गई है, वह जीएम प्लॉट या फॉरेस्ट की जमीन प्रतीत हो रही है, जबकि यह योजना व्यक्तिगत है और इसे रैयती जमीन पर होना चाहिए. उन्होंने अबुआ आवास की भी जांच की. जांच में पाया गया कि लाभुक मनोज दास का नाम सूची में रहने के बावजूद उन्हें आवास का लाभ नहीं मिला है. उनका घर बारिश में गिर गया है और परिवार टूटे-फूटे घर में रहने को विवश हैं. इसपर उन्होंने आश्वासन दिया कि उन्हें अंबेडकर आवास योजना का लाभ उपलब्ध कराया जायेगा. बाद में उन्होंने मनरेगा कूप की भी जांच की. इस संबंध में एलआरडीसी सुनील प्रजापति ने कहा कि जांच के दौरान कुछ योजनाओं में गड़बड़ी मिली है जिसकी रिपोर्ट तैयार कर अग्रेतर कार्रवाई के लिए डीसी को सौंपा जाएगा. कहा कि आम बागवानी में खास गैरमजरूआ भूमि में लगाए जाने की बात सामने आ रही है जिसकी जांच के लिए अंचल को प्रतिवेदन भेजा जा रहा है. मौके पर बीडीओ महेंद्र रविदास, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अजय सिंह, एमओ प्रदीप राम, सोनू कुमार, शिव नारायण यादव उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
