कोरोना से बचाव को ले जिला प्रशासन ने कसी कमर

गिरिडीह : कोरोना से बचाव को ले जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉक ड्रील किया. इसके लिए गिरिडीह सदर प्रखंड के पालमो गांव को चुना गया था. तैयारी की शुरुआत गिरिडीह कंट्रोल रूम से शुरू हुई. योजना के तहत जिला स्तरीय क्विक रिस्पोंस टीम में शामिल लोगों को सूचना दी गयी […]

By Prabhat Khabar | April 7, 2020 11:56 PM

गिरिडीह : कोरोना से बचाव को ले जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉक ड्रील किया. इसके लिए गिरिडीह सदर प्रखंड के पालमो गांव को चुना गया था. तैयारी की शुरुआत गिरिडीह कंट्रोल रूम से शुरू हुई. योजना के तहत जिला स्तरीय क्विक रिस्पोंस टीम में शामिल लोगों को सूचना दी गयी कि गिरिडीह सदर प्रखंड के पालमो में कोरोना पॉजीटिव मरीज की पहचान हुई है. खबर मिलते ही सारे लोग गिरिडीह सर्किट हाउस में एकत्रित हुए और 25 मिनट के अंदर तैयार होकर टीम लाव-लश्कर के साथ पालमो गांव पहुंच गयी. गांव के रास्तों पर लगा दिया बैरियरमॉक ड्रील के दौरान पालमो गांव पहुंचते ही पुलिस ने मोर्चा संभाला और पालमो गांव की घेराबंदी कर दी.

गांव के हर प्रवेश व निकासी के रास्ते पर बैरियर लगा दिया गया और पुलिस तैनात हो गयी. इस दौरान न ही किसी को गांव में जाने की इजाजत थी और न ही गांव से निकलने की. इसके साथ ही जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रचार वाहन के माध्यम से लोगों से अपील की गयी कि जिला प्रशासन ने इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी है. कोई भी अपने घर से बाहर न निकलें. पूरे इलाके को किया सेनेटाइजक्यूआरटी में शामिल फायर ब्रिगेड और कृषि विभाग की टीम ने गांव को सेनेटाइज करने का काम शुरू कर दिया. इस दौरान अग्निशमन की गाड़ी गांव में घुसी और जिस घर को कोरोना पॉजिटीव के रूप में नाटकीय रूप से चिह्नित किया गया था, उस घर के आसपास के इलाके से सेनेटाइजेशन का काम शुरू कर दिया गया. पूरे इलाके को सेनेटाइज किया गया.

कोरोना मरीज से पूछताछ गांव के जिस व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव के रूप में नाटक करने की जिम्मेदारी दी गयी थी, उससे स्थ्य विभाग की टीम ने कई सवाल किये. उसकी ट्रेवल हिस्ट्री के बारे में पूछा गया. गांव में वह व्यक्ति किस-किस से मिला, किसके-किसके घर गया, तमाम पूछताछ को नोट किया गया. जो लोग इस व्यक्ति के संपर्क में आये थे, उन्हें चिह्नित कर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एंबुलेंस में बैठाया और क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया. इसके बाद कोरोना पॉजिटिव मरीज को भी अलग एंबुलेंस में आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया.पांच टीमों ने संभाला था सर्वे का काम मॉक ड्रील के लिए जो तैयारी की गयी थी, उसके अनुसार गांव की आबादी का आकलन ढाई सौ परिवार का किया गया था और इसके लिए पांच टीमें गठित की गयी थीं. प्रत्येक टीम को 50 परिवार के घर जाकर सर्वे करना था.

यह टीम सभी लोगों से यह जानने की कोशिश कर रही थी कि उनके घर का कोई सदस्य कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आया है या नहीं. जिन लोगों ने संपर्क होने की बात कही, उन्हें भी एंबुलेंस से क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया. इस दौरान टीम के सदस्यों को सख्त हिदायत दी गयी थी कि वे मरीजों से किस तरह के सवाल पूछेंगे और उनके साथ टीम का व्यवहार कैसा होगा. मॉक ड्रील के बहाने तैयारियों का लिया जायजा : डीसी डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरिडीह जिले में अब तक 17 लोगों की कोरोना जांच करायी गयी, जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आयी है. अब तक जिले में एक भी कोरोना का केस नहीं मिला है. जिला प्रशासन की तैयारियां कितनी मजबूत है, इसका जायजा लेने के लिए ही मंगलवार को मॉक ड्रील की योजना बनायी गयी. इसके माध्यम से यह जानने की कोशिश की गयी है कि हमारी टीम कितनी सतर्क और कितनी सजग है. मॉक ड्रील के दौरान सबकुछ दुरुस्त पाया गया. सभी वाहन, सभी अधिकारी, सभी कर्मी निर्धारित समय पर गिरिडीह सर्किट हाउस में पहुंचे और तैयार हो गये. उन्होंने बताया कि फिलहाल जिला स्तरीय क्यूआरटी की तैयारी की समीक्षा की गयी है. इसी तरह से प्रखंड स्तर पर बनायी गयी टीमों की भी तैयारी की समीक्षा दो दिनों के भीतर कर ली जायेगी, ताकि जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम रहे.

एसपी ने कराया जिम्मेदारी से अवगतइस दौरान एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने भी पुलिस को उनके जिम्मेदारी से अवगत कराया. बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाये जाने की स्थिति में लोगों के साथ उनका व्यवहार कैसा होगा. साथ ही किस तरह से गांव को सील किया जायेगा. इस टीम में एएसपी दीपक कुमार, प्रशिक्षु आइपीएस मुकेश कुमार, डीडीसी मुकुंद दास, अपर समाहर्ता आलोक कुमार, एसडीएम राजेश प्रजापति, डीएसपी विनोद रवानी, संतोष मिश्रा, सिविल सर्जन डाॅ अवधेश कुमार सिन्हा, जिला आरसीएच पदाधिकारी डाॅ एस सन्याल, डीएसओ डाॅ सुदेश कुमार, डाॅ दीपक कुमार, डीटीओ भागीरथ प्रसाद, डीपीआरओ रश्मि सिन्हा, कार्यपालक अभियंता चंद्रशेखर, बीडीओ गौतम कुमार भगत, सीओ रवींद्र कुमार सिन्हा आदि शामिल थे.

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