Giridih News: तीज पर्व पर मेंहदी लगाना सौभाग्य एवं सुहाग का प्रतीक: अर्चना
Giridih News: अर्चना कुमारी ने कही. कहा कि विवाहित महिलाएं इस दिन सोलह श्रृंगार करके अपने हाथों पर सुंदर मेहंदी रचाती हैं और भगवान शिव-पार्वती की पूजा करके अपने वैवाहिक जीवन में खुशहाली और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं.
तीज पर्व पर मेंहदी लगाना सौभाग्य, सुहाग और खुशी का प्रतीक है. यह माता पार्वती के तप और भगवान शिव से उनके विवाह की कहानी से जुड़ा हुआ है. यह भी माना जाता है कि मेहंदी का गाढ़ा रंग पति से मिले प्यार और सम्मान को दर्शाता है. उक्त बातें एक विवाहिता अर्चना कुमारी ने कही. कहा कि विवाहित महिलाएं इस दिन सोलह श्रृंगार करके अपने हाथों पर सुंदर मेहंदी रचाती हैं और भगवान शिव-पार्वती की पूजा करके अपने वैवाहिक जीवन में खुशहाली और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं.
मेंहदी लगाने का महत्व धार्मिक महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या की थी. इस तपस्या के दौरान उन्होंने अपने हाथों में सुंदर मेहंदी रचाई थी, जिससे प्रसन्न होकर शिव ने उन्हें अपनी अर्द्धांगिनी के रूप में स्वीकार किया था. मेहंदी को सुहाग की निशानी माना जाता है. यह वैवाहिक जीवन के सुख और समृद्धि से जुड़ा हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
