अंधेरा होते ही हुट्टी बाजार में अपराधियों का जमावड़ा, मौका मिलते ही करते हैं लूटपाट

गिरिडीह : नगर थाना के हवलदार राजवंश राम के हत्यारों तक पुलिस पहुंच चुकी है. थाना क्षेत्र के हुट्टी बाजार में जिस स्थान पर हवलदार की हत्या की गयी है, वह इलाका रात के बाद अपराधियों की जद में रहता है. यहीं पर अपराधी गांजा, दारू जैसे मादक पदार्थ का सेवन करते हैं और मौका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2018 7:33 AM
गिरिडीह : नगर थाना के हवलदार राजवंश राम के हत्यारों तक पुलिस पहुंच चुकी है. थाना क्षेत्र के हुट्टी बाजार में जिस स्थान पर हवलदार की हत्या की गयी है, वह इलाका रात के बाद अपराधियों की जद में रहता है. यहीं पर अपराधी गांजा, दारू जैसे मादक पदार्थ का सेवन करते हैं और मौका मिलते ही राहगीरों या अकेले आने-जाने वाले लोगों को लूट लेते हैं. इन अपराधियों के निशाने पर बस पड़ाव या रेलवे स्टेशन आने-जाने वाले लोग रहते हैं.
सूत्र बताते हैं कि जिन लोगों को पुलिस ने पकड़ा है उनलोगों ने अभी तक लूटपाट की घटना की जानकारी पुलिस को दी है. कहा जा रहा है कि गुरुवार की सुबह हवलदार राजवंश ने वर्दी नहीं पहनी थी और इस बीच चार-पांच अपराधियों ने राजवंश को घेर लिया. राजवंश को मारने के बाद उसके मोबाइल व मृतक के पॉकेट में जो पैसा था उसे भी निकाल लिया.
बताया जाता है कि हत्या से पहले हवलदार ने अपना परिचय भी दिया था, इसके बाद भी अपराधियों ने राजवंश की जान ले ली. इधर, पुलिस लूटपाट के अलावा दूसरे बिंदुओं पर भी जांच कर रही है. जिन लोगों का पकड़ा गया है उनका क्राइम हिस्ट्री भी निकाली गयी है.
एसआइटी ने शुरू की जांच तो खुलने लगी परत
हवलदार राजवंश की हत्या ने पुलिस की चुस्ती पर सीधा सवाल उठा दिया था. ऐसे में एसपी सुरेंद्र कुमार झा भी गंभीर थे और इस कांड के उद‍्भेदन के लिये गुरुवार को ही एसडीपीओ मनीष टोप्पो के नेतृत्व में एसआइटी का गठन कर दिया गया था. एसपी ने एसआइटी में शामिल एसडीपीओ मनीष टोप्पो, डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्र, नगर थाना प्रभारी विनय कुमार राम, महिला थाना प्रभारी विंध्यवासिनी सिन्हा को जरूरी निर्देश दिये.
इसके बाद टीम ने भंडारीडीह समेत कई स्थानों पर छापेमारी की. भंडारीडीह से एक महिला समेत दो युवकों को गुरुवार को ही थाना लाया गया. इस बीच पुलिस की दबिश बढ़ने लगी तो रात में एक और युवक थाना पहुंचा. थाना में चारों से कड़ाई से पूछताछ की जाने लगी. पूछताछ में कांड के कारणों का और घटना को अंजाम देनेवाले अपराधियों का खुलासा होने लगा.