बीस साल से बांस-बल्ली के पुल पर टिकी जिंदगी

सगमा के कुशवाहा टोला के ग्रामीणों को लंबे समय से स्थायी पुलिया का इंतजार

By Akarsh Aniket | October 29, 2025 8:48 PM

सगमा के कुशवाहा टोला के ग्रामीणों को लंबे समय से स्थायी पुलिया का इंतजारअनूप जायसवाल, धुरकी

सगमा प्रखंड के चैनपुर पंचायत अंतर्गत कुशवाहा टोला के ग्रामीण पिछले बीस वर्षों से बांस-बली से बने अस्थायी पुल के सहारे ही आवागमन करने को मजबूर हैं. यह स्थिति तब है जब सरकार हर गांव को सड़क और पुल-पुलिया से जोड़ने का दावा करती रही है, लेकिन कुशवाहा टोला के करीब सौ घरों की आबादी आज भी विकास की राह में पिछड़ी हुई है. ग्रामीणों ने बताया कि यह टोला उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा है. दुधवा नदी पार करने के लिए उन्हें रोज इसी अस्थायी बांस पुल का सहारा लेना पड़ता है. उत्तर प्रदेश के विंढमगंज बाजार ही इन ग्रामीणों की रोजमर्रा की जरूरतों, बच्चों की पढ़ाई और बीमारों के इलाज का प्रमुख केंद्र है. यह क्षेत्र सब्जी उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. लगभग 90 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर हैं और अपनी उपज विंढमगंज बाजार में बेचकर जीवनयापन करते हैं. हर दिन दर्जनों सब्जी विक्रेता जोखिम उठाकर इसी अस्थायी पुल से नदी पार करते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा और आजीविका दोनों खतरे में रहती हैं.

हर साल अपने पैसे से अस्थायी पुल बनाते हैं ग्रामीण

ग्रामीण अशोक कुशवाहा, राम स्वरूप कुशवाहा, उदय कुशवाहा, राम कुमार कुशवाहा, प्रभात कुशवाहा, रत्न कुशवाहा, संतोष कुशवाहा, अजय कुशवाहा, उपेंद्र कुशवाहा, विजय कुशवाहा, बिनोद कुशवाहा और अमित कुशवाहा ने बताया कि वे लोग हर साल अपने खर्चे पर बांस का पुल बनवाते हैं. कई बार जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बावजूद आज तक स्थायी पुल का निर्माण नहीं हुआ.

लोगों ने कहा- इस मुद्दे को कई बार जिला स्तरीय बैठकों में उठाया गया. आश्वासन तो मिला, लेकिन अब तक विभागीय स्तर से कोई ठोस पहल नहीं हुई. इससे काफी परेशानी होती है. – अंजू देवी, जिप सदस्य

– हमने पुलिया निर्माण को लेकर जिला को कई बार पत्राचार किया है. यदि 15वें वित्त आयोग की राशि पंचायत समिति को प्राप्त होती है, तो बजट के अनुसार पुलिया का निर्माण कराया जाये. – अजय गुप्त, प्रखंड प्रमुख- ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं. कई बार मांग के बावजूद किसी प्रतिनिधि ने गंभीरता नहीं दिखायी. यह मुद्दा हर बार सिर्फ चुनावी वादों में सिमट जाता है. जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता दुखद है. – योगेंद्र यादव, समाजसेवी

मामले को जिला मुख्यालय को भेजा जायेगा: बीडीओ

सगमा प्रखंड के बीडीओ सतीश भगत ने कहा कि ग्रामीणों ने इस समस्या की जानकारी दी है. मामले को जिला मुख्यालय को भेजा जायेगा ताकि स्थायी समाधान निकाला जा सके और पुल का निर्माण कराया जा सके.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है