मंत्रमुग्ध करने वाला सुखलदरी जलप्रपात पिकनिक के लिए बेहतरीन विकल्प

गढ़वा व आस-पास के राज्यों से नये साल से लेकर मकर संक्रांति तक पहुंचते हैं पर्यटक

By Akarsh Aniket | December 25, 2025 9:49 PM

गढ़वा व आस-पास के राज्यों से नये साल से लेकर मकर संक्रांति तक पहुंचते हैं पर्यटक जितेंद्र सिंह, गढ़वा नये साल का स्वागत शहर की भीड़-भाड़ और शोरगुल से दूर, शांत और सुंदर प्राकृतिक वातावरण में करने के लिए जिले का सुखलदरी जलप्रपात एक बेहतरीन विकल्प है. यह जलप्रपात न केवल जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल है, बल्कि नये साल और मकर संक्रांति के मौके पर यहां का दृश्य किसी विशाल मेले से कम नहीं रहता है. चारों ओर उमड़ती सैलानियों की भीड़, पिकनिक मनाते परिवार और दोस्तों के समूह इस स्थल को खास बना देते हैं. सुखलदरी जलप्रपात की सबसे बड़ी खासियत इसका अप्रतिम प्राकृतिक सौंदर्य है. यहां के ऊंचे-ऊंचे पहाड़, हरे-भरे जंगल और लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरता दूधिया पानी किसी को भी मंत्रमुग्ध कर देता है. जलप्रपात के नीचे गिरते पानी की तेज धार से उठने वाली ठंडी फुहारें मानसिक शांति का अनुभव कराती हैं. दिसंबर माह से ही पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगती है और नये साल के दौरान यह स्थल सैलानियों से गुलजार हो जाता है. यह जलप्रपात गढ़वा जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर और धुरकी प्रखंड मुख्यालय से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इसकी निकटता छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की सीमा से होने के कारण यहां पर्यटकों का आना-जाना अधिक रहता है. नये साल के अवसर पर छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और बिहार से पर्यटक यहां पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. नये साल के दिन यहां का माहौल खास और जीवंत हो जाता है. लोग चटाई बिछाकर भोजन का आनंद लेते हैं, बच्चों की मस्ती होती है, और युवा सेल्फी और वीडियो शूट करने में व्यस्त रहते हैं. मोबाइल और कैमरों में झरने की खूबसूरती को कैद करने का सिलसिला पूरे दिन चलता रहता है, और इसके बाद ये तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती हैं. इस प्रकार, सुखलदरी जलप्रपात की लोकप्रियता हर साल बढ़ती जाती है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम पर्यटकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने कई कदम उठाये हैं. जलप्रपात के पास एक सुरक्षित सीढ़ियों का निर्माण किया गया है, ताकि महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी आराम से नीचे जाकर झरने का नजारा देख सकें. इसके अलावा, झरने के पास बैरिकेटिंग की गयी है ताकि लोग सुरक्षा कारणों से झरने के बहुत करीब न जायें. साथ ही प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाते हैं और पुलिस बल की तैनाती की जाती है. जलप्रपात के पास स्थित पनघटवा डैम बी आकर्षण का केंद्र सुखलदरी जलप्रपात के आस-पास पनघटवा डैम भी एक आकर्षण का केंद्र है, जहां लोग शांति के साथ समय बिता सकते हैं. जल, जंगल और पहाड़ों का यह संगम पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है. सुखलदरी जलप्रपात तक पहुंचने का आसान रास्ता सुखलदरी जलप्रपात तक पहुंचना बहुत आसान है. यात्री रेल मार्ग से श्री वंशीधर नगर तक पहुंच सकते हैं और वहां से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी ऑटो, टैक्सी या निजी वाहन से तय कर सकते हैं.

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