आपूर्तिकर्ता खुद बना लाभुक, परिवार के सदस्यों के नाम पर भी योजनाओं का लिया लाभ
जिले में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना में घोटाला
जिले में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना में घोटाला पीयूष तिवारी, गढ़वा गढ़वा जिले में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना में बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है. गव्य विकास विभाग की इस योजना के आपूर्तिकर्ता रमना के मड़वनिया निवासी उपेंद्र यादव पर स्वयं व अपने परिजनों के नाम पर करोड़ों रुपये का लाभ उठाया है. विभागीय दस्तावेजों के अनुसार उपेंद्र यादव ने वित्तीय वर्ष 2019-20, 2020-21, 2021-22 और 2023-24 के दौरान न केवल स्वयं के नाम पर, बल्कि अपने परिवार के सदस्यों के नाम से भी कुल 22 बार योजनाओं का लाभ लिया. जानकारी के मुताबिक, उन्होंने अपने नाम से चार बार, पत्नी सुषमा देवी के नाम से पांच बार, भाई महेंद्र यादव के नाम से चार बार, भाई सुरेंद्र यादव के नाम से तीन बार, भाभी अनिता देवी और प्रमिला देवी के नाम से दो-दो बार, मां कौली कुंवर के नाम से एक बार और रिश्तेदार विजय यादव की पत्नी प्रतिमा देवी के नाम से एक बार योजना का लाभ प्राप्त किया. बताया गया है कि उपेंद्र यादव ने आपूर्तिकर्ता की भूमिका का दुरुपयोग करते हुए अपने रिश्तेदारों के नाम पर योजनाओं की अनुशंसा की और भुगतान प्राप्त कर लिया, जबकि कई मामलों में सामग्री की आपूर्ति फर्जी दिखायी गयी है. कई योजनाओं का दुरुपयोग किया गया जिन योजनाओं का लाभ लिया गया है, उनमें मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना से मिलने वाली दो बार पांच-पांच गाय की योजना, दो गाय की योजना, फॉडर गोदाम, दो डीप बोरिंग, काउ मैट, फॉडर कटिंग मशीन, पनीर-खोआ मेकिंग यूनिट, जैविक खाद यूनिट, विद्युत चालित चारा मशीन, हस्तचालित चारा मशीन, मिल्किंग मशीन तथा वर्मी कंपोस्ट यूनिट जैसी योजनाएं शामिल हैं. दोषी पर निश्चित रूप से कारवाई होगी : गिरिश कुमार इस संबंध में जिला गव्य विकास पदाधिकारी गिरिश कुमार ने बताया कि वे सूची का मिलान कर ही इसकी पुष्टि कर सकेंगे. अभी वे बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर वोट करने के बिहार गये हुए हैं. उन्होंने कहा कि जिस वित्तीय वर्ष गड़बड़ी हुई, उस वर्ष वे वहां पदास्थापित नहीं थे. मामले की जांच कर दोषी पर निश्चित रूप से कारवाई की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
