East Singhbhum News : विकसित भारत के लिए सुचिता और सहभागिता आवश्यक : डॉ प्रसून

‘विकसित भारत @ 2047 के लिए समर्थ शिक्षक, संवेदनशील शिक्षार्थीं और समृद्ध समुदाय’ पर सेमिनार का आयोजन

By ATUL PATHAK | December 24, 2025 12:17 AM

पोटका. पोटका की तेंतला पंचायत अंतर्गत रंभा कॉलेज ऑफ एजुकेशन में आयोजित हुई एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी से संबंधित है, जो ‘विकसित भारत @ 2047 हेतु समर्थ शिक्षक, संवेदनशील शिक्षार्थी और समृद्ध समुदाय की भूमिका’ विषय पर केंद्रित था. संगोष्ठी में देश के अनेक शिक्षाविदों ने भाग लिया जिसमें प्रो. देवेंद्र नाथ तिवारी (भूतपूर्व प्रोफेसर, बीएचयू) ने कहा कि शिक्षकों को छात्रों के समक्ष समस्याएं रखनी चाहिए ताकि वे स्वयं समाधान खोजने की क्षमता विकसित कर सकें. डॉ प्रसून दत्त सिंह (महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी, बिहार) ने कहा कि विकसित भारत के लिए शुचिता और सहभागिता आवश्यक है, और राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सही अनुपालन ही इसका आधार बनेगा. डॉ. श्रेयसी पालटा सिंह (गोपाल चंद्र मेमोरियल कॉलेज ऑफ एजुकेशन, पश्चिम बंगाल) ने समग्र और समावेशी शिक्षा की आवश्यकता पर बल दिया. संगोष्ठी की मुख्य संरक्षिका कोल्हान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता और संरक्षक रजिस्ट्रार डॉ. रंजीत कर्ण थे. कन्वेनर सीवीसी डॉ. संजीव आनंद रहे. इस अवसर पर आईएसबीएन संख्या युक्त पुस्तक ‘मानवतावादी और समग्र शिक्षा के लिए आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता’ व संगोष्ठी से संबंधित सोवेनियर और नववर्ष कैलेंडर का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुमन लता और असिस्टेंट प्रोफेसर ऐश्वर्या कर्मकार ने किया. प्राचार्या डॉ. कल्याणी कबीर ने कहा कि रंभा कॉलेज ऑफ एजुकेशन हमेशा नवाचार और शैक्षणिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करता है. यह कॉलेज की दूसरी पुस्तक है जिसे आईएसबीएन नंबर के साथ प्रकाशित किया गया है. कार्यक्रम में डॉ. गंगा भोला, डॉ. दीपांजय श्रीवास्तव, दिलीप मंगराज, डॉ. किशन शर्मा, डॉ. भूपेश, डॉ. दिनेश, डॉ. सतीश, शीतल कुमारी, रश्मि लुगून, दीपाली मंडल, अमृता सुरेन, सूरज कुमार, रंभा देवी और विवेक बचन समेत कई शिक्षाविद एवं शिक्षार्थी उपस्थित रहे.

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