East Singhbhum News : करम नृत्य में मुकरुडीह प्रथम व आसतागोड़ा को द्वितीय पुरस्कार

मांदर-धमसे की थाप पर देर रात तक झूमते रहे लोग

By ANUJ KUMAR | September 13, 2025 11:58 PM

गालूडीह. गालूडीह से सटे जोड़सा पंचायत भवन मैदान में शनिवार को मूल निवासी सेवा समिति के तत्वावधान में करम महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. यहां झारखंडी संस्कृति की छटा बिखरी. लोग मांदर-धमसे की थाप पर खूब थिरके. अपनी कला का प्रदर्शन किया. पहले पारंपरिक तरीके से करम पूजा की गयी. इसके बाद करम गीत और नृत्य शुरू हुआ, जो देर शाम तक चलता रहा. इस दौरान करम नाच प्रतियोगिता हुई. इसमें विभिन्न जगहों से आठ टीमों ने भाग लिया. प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मुकरुडीह को 10 हजार, द्वितीय पुरस्कार आसतागोड़ा को सात हजार और तृतीय पुरस्कार झाड़ग्राम की टीम को पांच हजार रुपये नकद देकर पुरस्कृत किया. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, आस्तिक महतो, लालटू महतो, खुदीराम महतो, निरंजन मंडल, रवींद्र नाथ महतो आदि शामिल हुए. देर शाम तक कई नेता शामिल होते रहे. इस दौरान ग्रामीणों की काफी भीड़ उमड़ी. आयोजन कमेटी ने अतिथियों को गमछा देकर सम्मानित किया. दिहो-दिहो करम गोसाईं दिहो आशीष हो… पर झूम लोग: करम महोत्सव पर रात में झुमूर का आयोजन हुआ. ओडिशा की झुमूर शिल्पी सुलोचना देवी एंड ग्रुप और गुलशन झुमूर एंड ग्रुप ने एक से बढ़कर एक झुमूर प्रस्तुत कर लोगों को झूमने को विवश कर दिया. कार्यक्रम में “जाहो जाहो करम गोसाईं जाहो ससुराल हो, आवते भादर मास आनबो घुराय “, “दिहो- दिहो करम गोसाईं दिहो आशीष हो “, “भइया- बप्पा जिये हमर लाखों बरीस हो “, “दिहो- दिहो करम गोसाईं दिहो आशीष हो, भइया- बप्पा जिये सबके लाखों बरीस हो ” आदि गीतों पर दर्शक देर रात तक झूमते रहे. समर्थकों के साथ पहुंचे सोमेश: महोत्सव में शनिवार की रात सोमेश सोरेन अपने समर्थकों के साथ शामिल हुए. कमेटी ने उन्हें पगड़ी बांधकर सम्मानित किया. सोमेश ने कहा कि झारखंडी परंपरा और संस्कृति को बचाये रखना जरूरी है. करम पर्व प्रकृति से जुड़ा पर्व है.

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