East Singhbhum News : घाटशिला में पर्यटकों की पहली पसंद बना गौरीकुंज
नये साल के स्वागत के पूर्व पर्यटकों से गुलजार हो रहा क्षेत्र, पश्चिम बंगाल समेत आस-पास से पहुंच रहे सैलानी
घाटशिला. नये साल (वर्ष 2026) के स्वागत से पूर्व घाटशिला में पर्यटकों का आगमन शुरू हो गया है. पश्चिम बंगाल समेत अन्य जगहों से पर्यटक पहुंच रहे हैं. घाटशिला क्षेत्र के पर्यटन स्थलों की रौनक बढ़ गयी है. घाटशिला व आसपास के क्षेत्रों के होटल और लॉज 1 जनवरी तक बुक हो चुके हैं. इससे क्षेत्र के लोगों को मौसमी रोजगार मिल रहा है. शनिवार को घाटशिला के दाहीगोड़ा स्थित गौरीकुंज परिसर में पश्चिम बंगाल के कापी पर्यटक देखे गये. बंगाल के दमदम से आये अधीर पाल ने बताया कि वे तीन दिनों से घाटशिला में ठहरे हुए हैं. गौरीकुंज के साथ कई पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया है. उन्होंने कहा कि घाटशिला प्राकृतिक सौंदर्य और शांति के लिए एक बेहतरीन स्थान है. पश्चिम बंगाल की शिक्षिका प्रिया घोष ने बताया कि विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय का इतिहास उन्होंने पुस्तकों में पढ़ा था. गौरीकुंज आकर उनके जीवन और रचनाओं को धरातल पर देखने का अवसर मिला, जो उनके लिए खास अनुभव रहा. गौरीकुंज उन्नयन समिति के अध्यक्ष तापस चटर्जी ने बताया कि गौरीकुंज में स्थित संग्रहालय भवन पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है, जहां विभूति भूषण द्वारा उपयोग किए गये कोट, धोती, कुर्ता, पत्र-पत्रिकाएं, पारिवारिक तस्वीरें और उनकी प्रसिद्ध कृतियां ‘पाथेर पांचाली’, ‘आरण्यक’ और ‘चांदेर पहाड़’ देखी और खरीदी जा रही हैं.
गौरी कुंज में 3500 पर्यटक पहुंचे:
तापस चटर्जी ने बताया कि गोरीकुंज के रजिस्टर में इस मौसम में अबतक करीब 3500 पर्यटकों ने हस्ताक्षर किये हैं. वार्षिक आंकड़ा लगभग 25 हजार तक पहुंचता है.घाटशिला में करीब 32 होटल, सभी बुक:
घाटशिला होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद अग्रवाल ने बताया कि क्षेत्र में करीब 32 पंजीकृत होटल हैं. जनवरी की शुरुआत तक सभी होटल पूरी तरह बुक हो चुके हैं. वहीं टेंपो चालक भी सुबह से शाम तक पर्यटकों को आसपास के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराने में व्यस्त हैं. पर्यटन सीजन की शुरुआत से घाटशिला क्षेत्र में चहल-पहल और आर्थिक गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
