आईसीटी कक्षा के प्रभावी संचालन के लिए शिक्षकों को डायट में प्रशिक्षण
आज के डिजिटल युग में शिक्षकों और विद्यार्थियों को आईसीटी टूल्स फ्रेंडली बनाना आवश्यक है. शिक्षकों को आईसीटी उपकरणों के रखरखाव और उपयोग पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी.
दुमका. जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्राचार्य आशीष कुमार हेंब्रम के निर्देशन में “इफेक्टिव यूज़ ऑफ आईसीटी” विषय पर कार्यशाला आयोजित की गयी. इसमें दुमका जिले के पांच प्रखंडों – रामगढ़, रानीश्वर, सरैयाहाट, काठीकुंड और शिकारीपाड़ा के आईसीटी लैब संचालित विद्यालयों के शिक्षक शामिल हुए. कार्यशाला का उद्घाटन प्रभारी प्राचार्य मधुश्री कुमारी और संकाय सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम का संचालन और स्वागत प्रियंकर परमेश ने किया. उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में शिक्षकों और विद्यार्थियों को आईसीटी टूल्स फ्रेंडली बनाना आवश्यक है. मधुश्री कुमारी ने शिक्षकों को आईसीटी उपकरणों के रखरखाव और उपयोग पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी. कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन के रूप में कौशिक नंदी, तरुण कुमार झा और अश्विनी कुमार उपस्थित थे. पहले सत्र में मधुश्री कुमारी ने कक्षा में आईसीटी के प्रभावी उपयोग की जानकारी दी. दूसरे सत्र में शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, निष्ठा, स्वयम, पीएम ई-विद्या, ई-पाठशाला और दीक्षा जैसे प्लेटफॉर्म के उपयोग का प्रशिक्षण दिया गया. रेखा साव ने शिक्षकों को गूगल फॉर्म, काहुत और मैंटीमीटर जैसे डिजिटल टूल्स से क्विज़ बनाने की प्रक्रिया सिखायी. कार्यशाला के अंत में शिक्षकों से फीडबैक फॉर्म भरवाया गया. कार्यक्रम संचालन में किशोर कुमार मंडल, सुब्रत गोराई, ओमप्रकाश और सनातन टुडु का योगदान उल्लेखनीय रहा.
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