काठीकुंड प्रखंड के तीन गांवों को मिला स्वास्थ्य उपकेंद्र का तोहफा
बिछियापहाड़ी, बड़तल्ला एवं बड़ा चापुड़िया पंचायत में स्वास्थ्य उपकेंद्र के निर्माण को प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है. नारगंज में पीएचसी जल्द खुलेगा.
काठीकुंड. प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. बिछियापहाड़ी, बड़तल्ला एवं बड़ा चापुड़िया पंचायत में स्वास्थ्य उपकेंद्र के निर्माण को प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है. इससे इन सुदूर और सामाजिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को बेहतर एवं सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी. बिछियापहाड़ी पंचायत के भुइया व आदिवासी बहुल बड़ा सरुवापानी गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र निर्माण को लेकर स्थल चयन किया गया है. बड़तल्ला पंचायत के सुदूर पहाड़ी क्षेत्र स्थित पहाड़िया बहुल खिलौड़ी गांव में भवन निर्माण को लेकर जगह चिह्नित की गयी है. वहीं बड़ाचापुड़िया पंचायत के बड़ाचापुड़िया गांव स्थित पहाड़िया टोला में स्वास्थ्य उपकेंद्र को लेकर स्थल का चयन किया गया है. बड़ाचापुड़िया व खिलौड़ी गांव काठीकुंड सीएचसी से काफी दूर है, इस कारण यहां स्वास्थ्य उपकेंद्र की स्वीकृति काफी अहम कही जा सकती है. इन तीनों गांवों में स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थापित होने से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, प्राथमिक उपचार तथा सामान्य बीमारियों के इलाज की सुविधा स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध हो सकेगी. वहीं दूसरी ओर, नारगंज स्थित पूर्व एसएसबी कैंप परिसर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के संचालन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. फिलहाल कैंप के दो बैरक भवनों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन प्रारंभ किया जाएगा, जिससे आसपास के गांवों को त्वरित चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी. स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, नारगंज में प्रस्तावित नए अस्पताल भवन के निर्माण के लिए भी स्वीकृति मिल चुकी है. इसके लिए एसएसबी कैंप परिसर में स्थल का भी चयन किया जा चुका उपयुक्त स्थल के चयन की प्रक्रिया जारी है. क्षेत्रवासियों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि इन स्वास्थ्य संस्थानों के चालू होने से दूरदराज के ग्रामीणों को इलाज के लिए प्रखंड या जिला मुख्यालय पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. इससे समय और खर्च दोनों की बचत होगी. साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच भी मजबूत होगी. क्या कहते हैं पदाधिकारी : प्रखंड क्षेत्र के दूरस्थ एवं आदिवासी-बहुल गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करना विभाग की प्राथमिकता है. उपकेंद्रों की स्वीकृति के बाद स्थल चयन की प्रक्रिया चल रही है. वहीं नारगंज में अस्थायी रूप से पीएचसी का संचालन प्रारंभ कर ग्रामीणों को तत्काल लाभ दिया जाएगा. यहां नए भवन का निर्माण होना है. निर्माण से स्थायी और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी. – डॉ अरविंद कुमार दास, चिकित्सा प्रभारी, काठीकुंड.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
