संविधान दिवस पर राजनीति विज्ञान विभाग में विचार गोष्ठी

गोष्ठी में भारतीय संविधान की महत्ता और उसकी प्रासंगिकता पर व्यापक चर्चा हुई. डॉ संजीव कुमार सिन्हा ने संविधान निर्माण की ऐतिहासिक प्रक्रिया और इसकी मूल भावना पर प्रकाश डाला.

By BINAY KUMAR | November 26, 2025 11:16 PM

दुमका. बुधवार को स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग में संविधान दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ संजीव कुमार सिन्हा ने की. गोष्ठी में भारतीय संविधान की महत्ता और उसकी प्रासंगिकता पर व्यापक चर्चा हुई. अध्यक्षीय भाषण में डॉ संजीव कुमार सिन्हा ने संविधान निर्माण की ऐतिहासिक प्रक्रिया और इसकी मूल भावना पर प्रकाश डाला. उन्होंने पड़ोसी देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि जहां संविधान का सम्मान नहीं होता, वहां तानाशाही जन्म लेती है. सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ टीपी सिंह ने कहा कि संविधान की जानकारी हर नागरिक के लिए अनिवार्य है. उन्होंने बताया कि अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का पालन भी समान रूप से महत्वपूर्ण है. डॉ विजय कुमार ने संविधान की प्रस्तावना में निहित मूल्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि भारतीय संविधान सभी नागरिकों को न्याय, स्वतंत्रता और गरिमा की गारंटी देता है. डॉ अजय सिन्हा ने संविधान सभा में झारखंड से जुड़े सदस्यों के योगदान पर प्रकाश डाला. उन्होंने धर्मनिरपेक्षता की व्याख्या करते हुए कहा कि यह अधार्मिक राज्य का प्रतीक नहीं, बल्कि सर्वधर्म समभाव की भावना को दर्शाता है. उन्होंने प्रस्तावना में उल्लिखित बंधुता, राष्ट्रीय एकता और अखंडता पर जोर दिया और कहा कि आज भाषा, जाति, धर्म और प्रांत के नाम पर बंधुता कमजोर करने वाली कई शक्तियां सक्रिय हैं, ऐसे में संविधान की रक्षा और देश की एकता बनाए रखना प्रत्येक नागरिक का दायित्व है. कार्यक्रम में छात्र झंडू मुर्मू ने भी अपने विचार व्यक्त किए. डॉ. जय कुमार शाह, डॉ. राजीव केरकेट्टा, डॉ.गणेश, शोधार्थी अभिनव, करुणा सहित अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. कार्यक्रम का मंच संचालन और धन्यवाद ज्ञापन छात्र अमन ने किया.

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