कोयला डंपिंग यार्ड के विरोध में धरना देकर जताया विरोध
दुमका रेलवे स्टेशन के गुड्स शेड को कोयला डंपिंग यार्ड में तब्दील किये जाने और उससे हो रहे प्रदूषण से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है.

दुमका. दुमका रेलवे स्टेशन के गुड्स शेड को कोयला डंपिंग यार्ड में तब्दील किये जाने और उससे हो रहे प्रदूषण से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है. इस मुद्दे को लेकर स्थानीय निवासी लगातार धरना पर बैठे हैं. कई सप्ताह से चल रहे आंदोलन के तहत इस रविवार को भी रवि शंकर मंडल के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने विरोध जताया. श्री मंडल ने कहा कि स्थानीय लोग सांस की समस्या से ग्रसित हो रहे हैं. बताया कि धरना प्रदर्शन में प्रत्येक रविवार को शामिल होनेवाली मंजू गुप्ता भी कोयला डस्ट के गिरफ्त में आने से बीमार पड़ गयी है. कोयला डस्ट विकराल रूप धारण कर लिया है. इस कारण हजारों लोगों का जीवन खतरे में है. कहा कि सरकार एकतरफ दुमका रेलवे स्टेशन को “अमृत भारत ” स्टेशन का दर्जा देकर इसका सौंदर्यीकरण करा रही है, लेकिन उड़ते कोयले के डस्ट से निजात दिलाने को लेकर कोई पहल नहीं किया जाना समझ से परे है. क्षणिक लाभ और व्यापार से हरा-भरा दुमका को कोयला के मोटे परत से ढंक कर आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. मौके पर नगर परिषद की पूर्व अध्यक्ष अमिता रक्षित, संजय मंडल, विष्णु यादव, अभय गुप्ता, गोवर्धन मंडल, मनोज पंडित, एनएन पंडित, लालटू दे, अमन सिंह, शत्रुघन पंडित, छोटन शर्मा, डिस्को मंडल, चंदन तिवारी, लक्ष्मण सिंह मेलर, सिंधु यादव, सुनील कापड़ी, विमल मरांडी, जिमी यादव के साथ दर्जनों लोग मौजूद थे.
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