तीन शाखा नहर हरिपुर, रानीश्वर व पाटजोड़ में चल रहा पक्कीकरण कार्य
एमएलबीसी के अन्य सभी शाखा नहरों में रबी व गरमा धान के लिए उपलब्ध कराया जाएगा पटवन : रवींद्र मुर्मू
रानीश्वर. मसानजोर डैम से निकाले गए मयुराक्षी बायांतट मुख्य नहर के तीन शाखा नहरों को छोड़ कर अन्य सभी शाखा नहरों तथा उप शाखा नहरों के किसानों को रबी व गरमा धान की खेती के लिए पिछले साल की भांति इस साल भी सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. इस संबंध में बुधवार को जल पथ अवर प्रमंडल रांगालिया परिसर में सिंचाई विभाग के सिंचाई अवर प्रमंडल रांगालिया के सहायक अभियंता रवींद्र मुर्मू की उपस्थिति में तथा किसान शिबू पद राय की अध्यक्षता में बैठक हुई. किसानों को जानकारी देते हुए सहायक अभियंता श्री मुर्मू ने बताया कि इस बार मयुराक्षी बायांतट मुख्य नहर से निकाले गए हरिपुर, रानीश्वर तथा पाटजोड़ शाखा नहरों का पक्कीकरण कार्य शुरू हुआ है. इसके कारण उक्त तीनों शाखा नहरों में पानी नहीं छोड़ा जा सकता है. इन तीन के अलावा अन्य सभी शाखा नहरों में रबी व गरमा धान की खेती के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. किसानों से विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया गया कि नहर से कब-कब पानी खोला जाए व कब बंद रखा जाए. लिए गये निर्णय के अनुसार 25 नवंबर को पानी खोला जाएगा तथा 5 दिसंबर को बंद किया जायेगा. उसी तरह 15 दिसंबर से 25 दिसंबर, 5 जनवरी से 15 जनवरी, 25 जनवरी से 5 फरवरी, 15 फरवरी से 25 फरवरी, 5 मार्च से 15 मार्च, 25 मार्च से 5 अप्रैल, 15 अप्रैल से 25 अप्रैल, 5 मई से 15 मई तथा 25 मई से 5 जून तिथि निर्धारित की गयी है. बैठक में शिबू पद राय, सयन साहा, श्रीदाम रुज, मंगल हांसदा, महबूब अंसारी, फूलचांद गोराई, नरेश मांझी, इमन कल्याण लायेक आदि के अलावा सिंचाई विभाग के जेई उपस्थित थे.
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