शिक्षा को नवाचार से जोड़ने को लेकर कार्यशाला का आयोजन
कार्यशाला में प्रखंड के 50 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापक शामिल हुए. आयोजन प्रोजेक्ट पीवीटीजी मैत्री के तहत किया गया.
रामगढ़. शिक्षा की गुणवत्ता को सुदृढ़ बनाने और प्राथमिक से मध्य विद्यालयों तक शिक्षण में नवाचार की सोच को पहुंचाने के उद्देश्य से पिरामल फाउंडेशन के तत्वावधान में शनिवार को प्रखंड कार्यालय सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में प्रखंड के 50 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापक शामिल हुए. कार्यशाला का आयोजन प्रोजेक्ट पीवीटीजी मैत्री के तहत किया गया. कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में प्रतिभागियों के बीच विभिन्न शैक्षणिक पहलुओं पर परस्पर संवाद के माध्यम से जमीनी स्तर पर शिक्षण में सुधार लाने की दिशा में उपयोगी जानकारी पर चर्चा की गयी. कार्यशाला के दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति, निपुण भारत मिशन, फाउंडेशनल लिटरेसी एवं न्यूमेरेसी, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी, प्रातःकालीन सभा, बाल संसद, बीएएलए गतिविधियां, रीडिंग और लर्निंग कॉर्नर एवं टीआईपीपीएस जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गयी. इन अवधारणाओं को विद्यालयी जीवन में लागू करने की रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श किया गया. प्रतिभागी शिक्षकों ने कार्यशाला में प्रत्येक विषय पर विचार-विनिमय कर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान भी प्राप्त किया. शिक्षकों ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यशालाओं के नियमित आयोजन से शैक्षणिक परिवेश को समृद्ध करने में मदद मिलती है. प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में पिरामल फाउंडेशन के सीनियर प्रोग्राम लीडर इंद्रदेव तथा गांधी फेलो शुभम राठौर, राकेश भौमिक और अरुण कुमार शामिल थे.
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