सांसद नलिन सोरेन ने जनजातीय कौशल केंद्र का किया शुभारंभ
सांसद नलिन सोरेन ने कहा कि जनजातीय कौशल केंद्र दुमका जिले के आदिवासी युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में नयी पहचान देगा.
दुमका. जन शिक्षण संस्थान दुमका द्वारा संचालित जनजातीय कौशल केंद्र का शुभारंभ गुरुवार को दुमका के सांसद नलिन सोरेन ने किया. कार्यक्रम का आयोजन उत्साह और जनजातीय परंपरा की झलक के साथ हुआ, जहां प्रशिक्षणार्थियों ने मांदर की थाप पर थिरकते हुए सांसद का स्वागत पुष्पवर्षा कर की. उद्घाटन समारोह में जिला परिषद अध्यक्षा जोयेस बेसरा, संस्थान के निदेशक मोती उपाध्याय, एकल अभियान के मंडल अध्यक्ष सूरज केशरी, प्रबंधन समिति सदस्य रूबी केशरी, सुमिता सिंह, राधेश्याम वर्मा, मनोहर केशरी, संदीप कुमार जय बमबम सहित बड़ी संख्या में प्रशिक्षक एवं प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे. सांसद नलिन सोरेन ने कहा कि जनजातीय कौशल केंद्र दुमका जिले के आदिवासी युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में नयी पहचान देगा. उन्होंने कहा कि इस केंद्र से प्राप्त प्रशिक्षण ग्रामीणों को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा तथा कौशल विकास के क्षेत्र में दुमका को अग्रणी बनाएगा. सांसद ने इस पहल को पंचायत और प्रखंड स्तर तक विस्तार देने का सुझाव भी दिया. इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्षा जोयेस बेसरा ने जनजातीय महिलाओं से आगे बढ़कर प्रशिक्षण लेने और आत्मनिर्भर बनने की अपील की. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज को छोटे-छोटे उद्योगों के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त होना होगा. संस्थान के निदेशक मोती उपाध्याय ने बताया कि यह केंद्र देश के केवल 30 और झारखंड के 3 जिलों में संचालित किया जा रहा है. वर्ष 2029 तक स्वीकृत इस कार्यक्रम के अंतर्गत 15 से 45 वर्ष आयु वर्ग के जनजातीय महिला-पुरुषों को सिलाई, कढ़ाई, कंप्यूटर, ब्यूटिशियन, मशरूम उत्पादन, बांस हस्तशिल्प समेत 10 विषयों में निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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