एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स ने मोमबत्ती जलाकर किया विरोध-प्रदर्शन

दुमका जिले के एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन ने होम डिलीवरी और प्रशासनिक शुल्क में तत्काल वृद्धि की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया है। दूसरे चरण में गैस एजेंसियों के वितरक और कर्मचारी मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। अध्यक्ष राजेंद्र भगत के अनुसार, यदि पेट्रोलियम मंत्रालय शुल्क नहीं बढ़ाता है, तो तीसरे चरण में 6 नवंबर को "नो मनी नो इंडेंट " आंदोलन किया जाएगा, जिसमें लोड अकाउंट में पैसा जमा नहीं किया जाएगा और इंडेंट नहीं लिया जाएगा। मांगें अनसुनी रहने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी योजना है। इस आंदोलन में इंडियन ऑयल, भारत गैस और एचपी गैस की कई प्रमुख एजेंसियां शामिल हैं।

By ANAND JASWAL | October 29, 2025 7:13 PM

संवाददाता, दुमका. एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन इंडिया के आह्वान पर दुमका जिला एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन होम डिलीवरी और प्रशासनिक शुल्क में तत्काल वृद्धि की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहा है. आंदोलन के दूसरे चरण में, दुमका जिले के सभी गैस एजेंसी वितरकों और कर्मचारियों ने बुधवार को अपने कार्यालयों के सामने मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि इस चरण के बाद भी अगर पेट्रोलियम मंत्रालय ने शुल्क में वृद्धि नहीं की, तो वे गैस का उठाव बंद कर देंगे. एसोसिएशन के दुमका जिला अध्यक्ष राजेंद्र भगत ने बताया कि तीसरे चरण में 6 नवंबर को “नो मनी नो इंडेंट ” आंदोलन चलाया जाएगा, जिसके तहत लोड अकाउंट में पैसा जमा नहीं किया जाएगा और न ही इंडेंट कराया जाएगा. इसके बाद भी मांगें नहीं मानी गयीं तो अनिश्चितकाल के लिए कारोबार बंद कर हड़ताल पर चले जाएंगे. इस विरोध प्रदर्शन में इंडियन ऑयल, भारत गैस और एचपी गैस के सभी वितरक और कर्मचारी शामिल थे, जिनमें कुसुम गैस एजेंसी, अंचित इंडेन, श्री श्याम इंडेन, बासु इंडेन, धोबनी इंडेन, रोहित इंडेन, मनोज एचपी गैस, चंपई एचपी, चंद्राई एचपी गैस, नारायणी एचपी गैस, मोनार्क एचपी गैस, कृष भारत गैस, गणपति भारत गैस एवं शिकारीपाड़ा भारत गैस मुख्य रूप से शामिल थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है