दुमका-गोपीकांदर रोड की बदहाली की वजह से गयी जान
दुमका-पाकुड़ मुख्य मार्ग में गोपीकांदर थाना अंतर्गत सड़क की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. सड़कों के बीच बने गड्ढे में भरी वाहनों का ब्रेकडाउन होना आम बात हो गयी है.
बीच सड़क पर ट्रक के ब्रेकडाउन होने से लग गया था जाम एंबुलेंस भी जाम में फंसी, बुजुर्ग आदिवासी ने तोड़ दिया दम प्रतिनिधि, गोपीकांदर दुमका-पाकुड़ मुख्य मार्ग में गोपीकांदर थाना अंतर्गत सड़क की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. सड़कों के बीच बने गड्ढे में भरी वाहनों का ब्रेकडाउन होना आम बात हो गयी है. इसकी वजह से हर दिन जाम की स्थिति बन रही है. इस जाम के जंजाल में सोमवार को आदिवासी बुजुर्ग मोतीलाल मरांडी ने एंबुलेंस में ही बेहोशी की हालत में दम तोड़ दिया. मृतक मोतीलाल की पत्नी सनोती मुर्मू ने बताया कि सोमवार करीब 12 बजे पति मोतीलाल मरांडी खेत में काम करने के दौरान बेहोश हो गया. घर में प्राथमिक उपाय के बाद जब होश में नहीं आया तो उन्हें दो बजे गोपीकांदर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. डॉक्टर के प्राथमिक उपचार के बाद जब होश नहीं आया तो डॉक्टरों ने फूलो-झानो मेडिकल काॅलेज अस्पताल दुमका रेफर कर दिया. पत्नी ने बताया कि 108 एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें दुमका ले जा रहे थे. इस दौरान काठीकुंड थाना क्षेत्र के आमतला में ट्रक बीच सड़क पर खराब होने के कारण पहले से ही लगे जाम में एंबुलेंस भी फंसी रह गयी. वे लोग संध्या छह बजे तक फंसे रहे. आखिर में मोतीलाल मरांडी ने जाम के दौरान ही दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि जाम इतना जटिल था कि घर वापस आने के लिए भी जगह नहीं बची थी. बहुत मुश्किल के बाद रात 10 बजे मृतक को निज आवास छतरचुआं लाया गया. मृतक मोतीलाल मरांडी के परिजनों का कहना है कि सही समय पर अस्पताल पहुंचने पर मोतीलाल की जान बच जाती. घर के सभी परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो चुका है. उनकी मृत्यु पर ग्रामीणों ने भी संवेदना व्यक्त की है.
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