दुमका में सुस्त पुलिस पदाधिकारियों पर गिरी गाज
14 पुलिसकर्मी थाना से हटाकर पुलिस लाइन भेजे गये, लंबित मामलों में दिखा रहे थे उदासीनता
दुमका. लंबित मामलों और अंतिम प्रतिवेदन में लापरवाही बरतना दुमका के 14 पुलिस पदाधिकारियों को महंगा पड़ा. पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार ने कार्रवाई करते हुए इन्हें थाने से हटा पुलिस लाइन भेज दिया है. अब ये सभी पुलिस लाइन में बैठकर लंबित मामलों का निष्पादन करेंगे. वरीय पदाधिकारियों व अदालत में प्रतिवेदन जमा करेंगे. जब तक लंबित केस अद्यतन नहीं होते, तब तक इन्हें थाना संबंधी किसी कार्य में नहीं लगाया जायेगा. एसपी ने साफ कहा कि अगर कोई थानेदार इन पदाधिकारियों से थाना का कार्य लेता है, तो उस पर भी कार्रवाई होगी. उन्होंने पुलिस केंद्र के परिचारी प्रवर को निर्देश दिया कि यदि इनमें से कोई अधिकारी भादो मेला ड्यूटी में लगाया गया है तो उनकी जगह किसी अन्य को प्रतिनियुक्त किया जाये. 23 अगस्त को हुई समीक्षा बैठक में पता चला था कि कई अवर निरीक्षक और सहायक अवर निरीक्षक मामलों में उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं. अपराध नियंत्रण के साथ लंबित मामलों का निष्पादन भी उतना ही जरूरी है. इसलिए लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. पुलिस लाइन भेजे गये पदाधिकारियों की सूची जिम्मी हांसदा – हंसडीहा सुभाष एक्का – जामा अभिषेक कुमार – रामगढ़ बृज कुमार राय – रामगढ़ ओम प्रकाश सिंह – तालझारी परवेज आलम – मुफस्सिल अनुरंजन मिंज – जामा कामता राम – नगर प्रदीप बाखला – सरैयाहाट बैजनाथ सिंह – हंसडीहा योगेंद्र शर्मा – अभियोजन कोषांग राजू रंजन शर्मा – काठीकुंड रामजी सोरेन – पुलिस केंद्र
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