Jharkhand News : संताल परगना में लक्ष्य से अधिक हुई धान की खेती, किसानों को बेहतर पैदावार की उम्मीद

अच्छी बारिश और समय पर खाद व बीज की उपलब्धता से संताल परगना में लक्ष्य से अधिक धान की खेती हुई है. इन दिनों धान की फसल खेतों में लहलहा रही है. इससे किसानों को बेहतर पैदावार की संभावना बढ़ गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2021 5:29 PM

Jharkhand News (दुमका) : मानसून की मेहरबानी और अच्छी बारिश से संताल परगना के खेतों में हरियाली दिखनी लगी है. अच्छी बारिश और समय पर मिले खाद व बीज का किसानों ने लाभ उठाया है. लक्ष्य से अधिक धान की खेती होने से इस बार किसान बेहतर पैदावार की उम्मीद लगाये हैं.

राज्य सरकार द्वारा समय पर बीज-खाद उपलब्ध कराने और मानसून की अच्छी बारिश का संताल परगना के किसानों ने भरपूर लाभ उठाया है. यही कारण है कि संताल परगना में धान फसल की खेती 100.5 प्रतिशत हो गया है. यानी लक्ष्य से 1679 हेक्टेयर अधिक खेती हुई है.

संताल परगना में पिछले साल भी धान फसल की खेती रिकॉर्ड तोड़ हुई थी. ऐसे में लक्ष्य से अधिक खेती होने और उत्पादन में करीब 30 फीसदी की वृद्धि होने के बाद विभाग ने पिछले वर्ष की उपलब्धि को ही इस बार के खरीफ का लक्ष्य निर्धारित कर दिया था. 2020 के खरीफ मौसम में भी किसानों ने बारिश का भरपूर लाभ उठाया था.

Also Read: Jharkhand News : झारखंड के 6 आदिवासी छात्र विदेश में करेंगे पढ़ाई, हेमंत सोरेन सरकार ऐसे कर रही सपने साकार

दरअसल, खरीफ में समय-समय पर पटवन की जरूरत होती है. ऐसे में जरूरत के समय पटवन नहीं मिलने से परेशानी होती है. पिछले साल कोरोना की वजह से वैसे लोग भी बाहर से लौट कर आये थे, जो रोजी-रोजगार के सिलसिले में राज्य से बाहर रहते थे और खेती-बाड़ी नहीं कर पाते थे. ऐसे में किसानों द्वारा एक बार फिर खेती-बारी शुरू कर देने से राज्य मेें आच्छादन की वृद्धि हुई है.

नहीं होने दी खाद-बीज की कोई कमी : JDA

संयुक्त कृषि निदेशक अजय कुमार सिंह भी मानते हैं कि समय पर खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित होने और मौसम का साथ मिलने से किसानों ने जमकर खेती की है. इससे बंपर पैदावार की उम्मीद बढ़ गयी है. उन्होंने बताया कि पिछले खरीफ में बीज डालने से लेकर फसल की कटाई तक में मौसम का साथ मिला था. इस बार भी वैसे ही साथ मिलेगा, तो किसानों को अच्छी उपज मिलेगी.

श्री सिंह ने कहा कि विभागीय मंत्री के निर्देश पर निदेशक के स्तर से जो कार्ययोजना तैयार की गयी थी, उसे बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया गया है. जहां किसानों ने जितना बीज और खाद की मांग की, वहां उतना बीज-खाद उपलब्ध कराया गया है. कहीं कोई कमी नहीं रखी गयी. आज भी संताल परगना के हर जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया, डीएपी सहित अन्य खाद उपलब्ध है.

Also Read: JPSC PT Exam 2021: झारखंड लोक सेवा आयोग ने जारी किया PT का Answer Key, यहां देखें सवालों का सही जवाब

Posted By : Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version