जल जांच व अनुश्रवण के बारे में जलसहिया को दिया प्रशिक्षण

सभी जलसहिया अपने-अपने गांवों में जलस्रोतों का एफटीके किट के माध्यम से जल जांच करेंगी और अपने गांव के अंतर्गत 5-5 सक्रिय महिलाओं को भी जल जांच करने के लिए सिखायेंगी.

By BINAY KUMAR | December 13, 2025 10:43 PM

रानीश्वर. प्रखंड के विकास भवन में जलसहियाओं को एफटीके किट के माध्यम से जल जांच व जल की गुणवत्ता व निगरानी तथा अनुश्रवण विषय पर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि सभी जलसहिया अपने-अपने गांवों में जलस्रोतों का एफटीके किट के माध्यम से जल जांच करेंगी और अपने गांव के अंतर्गत 5-5 सक्रिय महिलाओं को भी जल जांच करने के लिए सिखायेंगी. जल जांच करने के उपरांत सभी जलसहिया अपने-अपने गांव की जल जांच रिपोर्ट डब्ल्यूक्यूएमआईएस के पोर्टल पर अपलोड भी करेंगी. प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित जेई ने जल सहियाओं को बताया कि सभी जल सहिया स्कूल, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र के जलस्रोत की अवश्य जांच करेंगी. शुद्ध जल मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण संसाधनों में से एक है. यदि कोई जल प्रदूषित हो जाता है, तो पर्यावरण व मानव जीवन के लिए हानिकारक हो जाता है. इसके लिए ग्रामीणों को भी जागरूक करने को कहा गया. बिना जल जांच किये उपयोग नहीं करने की बात कही गयी. जल जीवन मिशन के तहत सभी अवयवों पर जिला समन्वयक सनाउल अंसारी ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी. जिला समन्वयक द्वारा पैरामीटर तथा पीएच, टरबिडिटी, कुल कठोरता, क्लोराइड, क्षारीयता, लौह तत्व, नाइट्रेट, क्लोराइड, फाॅस्फेट, अमोनियम सल्फेट आदि के बारे में प्रदर्शन किया गया. प्रशिक्षण शिविर में जेई चांद हेम्ब्रम, वाश काेऑर्डिनेटर रितेश सोरेन आदि उपस्थित थे.

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