दुमका जिले में चिह्नित स्थलों पर रंबल स्ट्रिप लगाएं : डीसी
डीसी ने सड़क सुरक्षा से संबंधित बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिया कि जहां तीखे मोड़ हैं और ऐसे सभी स्थानों पर कन्वैक्स मिरर लगाया जाए.
दुमका. उपायुक्त अभिजीत सिन्हा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में सड़क सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी. बैठक में पिछली बैठक के निदेशों के अनुपालन की विस्तृत समीक्षा की गयी तथा सड़क सुरक्षा को लेकर कई आवश्यक निर्देश दिए गए. उपायुक्त ने कहा कि जिले में चिह्नित स्थलों पर रंबल स्ट्रिप लगाए जाएं. उन्होंने निर्देश दिया कि जिले के उन सभी स्थानों को चिह्नित किया जाए, जहां पूर्व में सड़क दुर्घटना हुई हो या जहां तीखे मोड़ हैं और ऐसे सभी स्थानों पर कन्वैक्स मिरर लगाया जाए. जिले में अब तक 104 ऐसे स्थलों की पहचान की गयी है, जहां कन्वैक्स मिरर लगाए जाएंगे. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अंचलाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में अतिरिक्त रूप से दुर्घटनाग्रस्त/संवेदनशील स्थलों की पहचान करें और कन्वैक्स मिरर लगाने हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराएं. हिट एंड रन से संबंधित मामलों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सभी अंचल अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को लंबित मामलों की रिपोर्ट अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि पीड़ितों को योजना के तहत शीघ्र लाभ प्रदान किया जा सके. बैठक में बताया गया कि वर्तमान में हिट एंड रन के 63 मामले लंबित हैं. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए जाएं और आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए. जानकारी साझा की गयी कि अक्तूबर माह में 4 ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किए गए–जिनमें 3 ट्रक चालक और 1 दोपहिया चालक शामिल है. उन्होंने कहा कि बस स्टैंड में ब्रेथ एनालाइज़र से बस चालकों की नियमित जांच करायी जाए तथा नशे में वाहन चलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई हो.
नियमित वाहन जांच अभियान का निर्देश :
उपायुक्त ने कहा कि जिले में नियमित वाहन जांच अभियान चलाया जाए. इस दौरान ब्रेथ एनालिसिस के माध्यम से चालकों की जांच की जाए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी चालक शराब पीकर वाहन न चलाए. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी अंचल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में हेलमेट पहनकर वाहन चलाने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाए. बैठक में पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार ने सड़क सुरक्षा जागरूकता को और प्रभावी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र के कम से कम एक विद्यालय में अनिवार्य रूप से जाए और वहां बच्चों को सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण नियमों की जानकारी दें. इसके अलावा उन्होंने कहा कि विद्यालय स्तर पर जागरूकता विकसित होने से बच्चे अपने परिवार और समाज में भी सड़क सुरक्षा संदेश प्रसारित करते है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में मदद मिलेगी. इस दौरान थानों को ब्रेथ एनलाइजर भी उपलब्ध कराया गया. बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, विभिन्न प्रखंड के अंचल अधिकारी आदि उपस्थित थे.
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