झारखंड विधानसभा में दुमका के मुद्दे गूंजे

शिकारीपाड़ा विधायक आलोक सोरेन ने केंद्रीय विश्वविद्यालय व ट्रॉमा सेंटर स्थापना की मांग उठायी. कहा कि यह क्षेत्र की उच्च शिक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी बाधा है.

By BINAY KUMAR | December 11, 2025 10:48 PM

काठीकुंड. झारखंड विधानसभा के चतुर्थ शीतकालीन सत्र में शिकारीपाड़ा विधायक आलोक कुमार सोरेन ने दुमका की शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चुनौतियों को जोरदार तरीके से सदन में रखा. विधायक ने कहा कि झारखंड की उपराजधानी दुमका में अब तक केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना न होना क्षेत्र की उच्च शिक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी बाधा है. उन्होंने बताया कि हर वर्ष हजारों विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और रोजगारपरक शिक्षा के लिए रांची तथा अन्य राज्यों की ओर जाना पड़ता है. मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना के बावजूद विशेषज्ञता एवं शोध आधारित शिक्षा हेतु केंद्रीय विश्वविद्यालय का होना अत्यंत आवश्यक है. सरकार की ओर से जवाब में कहा गया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना का विषय भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है. केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम 2009 के तहत स्थान चयन की प्रक्रिया केंद्र द्वारा की जाती है. राज्य सरकार ने सदन को आश्वस्त किया कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है एवं उपराजधानी दुमका में केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए भारत सरकार को पत्र भेजा जाएगा. सड़क सुरक्षा के मुद्दे को उठाते हुए विधायक आलोक सोरेन ने दुमका या शिकारीपाड़ा में एक अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर की मांग भी रखी. उन्होंने कहा कि दुमका–रामपुरहाट और दुमका–पाकुड़–साहिबगंज मार्ग पर भारी मालवाहक वाहनों तथा बसों का निरंतर आवागमन होता है, जिससे आए दिन गंभीर सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है. कई बार समय पर उपचार न मिलने के कारण लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ती है. इस पर स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने सदन को जानकारी दी कि दुमका जिले में पीएचसी गंगवारा (हंसडीहा), सीएचसी जरमुंडी, फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल और सीएचसी शिकारीपाड़ा को ट्रॉमा सेंटर स्थापित करने हेतु चिह्नित किया गया है.

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