बड़ानदी जलाशय को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग
डैम के पास रौशनी, पेयजल, शौचालय, शेड आदि की व्यवस्था भी होनी चाहिए. दिसंबर महीने से यहां पिकनिक मनाने लोगों की भीड़ जुटने लगती है.
रानीश्वर. बड़ानदी जलाशय को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है. प्रथम पंचवर्षीय योजना के तहत मयुराक्षी नदी के मसानजोर में कनाडा सरकार के सहयोग से मसानजोर डैम बनाये जाने के बाद रानीश्वर प्रखंड के बड़ानदी, कैराबनी व दिगलपहाड़ी डैम बनाया गया है. दिगलपहाड़ी डैम के समीप पहाड़ पर वन विभाग की ओर से एक बंगला बनाया गया है. पर बड़ानदी व कैराबनी डैम उपेक्षित है. बड़ानदी डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा किया जा रहा है. हालांकि बड़ानदी डैम से बायांतट नहर निकाल कर सिंचाई के लिए व्यवस्था की गयी है. नहर के पानी से सिंचित इलाके के किसान खरीफ, रबी व गरमा धान की खेती करते हैं. हालांकि ठंड के मौसम में यहां पर्यटक परिवार के साथ पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. पर पर्यटकों के लिए पर्याप्त सुविधा उपलब्ध नहीं कराये जाने से दूरदराज के पर्यटक नहीं पहुंच रहे हैं. बड़ानदी डैम तक पहुंचने के लिए रघुनाथपुर-बरमसिया पथ के रांगालिया से नहर के मेड़ होकर कच्ची जर्जर सड़क से डैम तक पहुंचना पड़ता है. दूसरी ओर, रानीबहाल रांगालिया वाया बालीराम सड़क से डैम तक पहुंचने का रास्ता बना है. रांगालिया मोड़ से डैम तक चार किलोमीटर पक्की सड़क बन जाने से डैम तक साल भर पर्यटक आसानी से पहुंच सकता है तथा डैम के पास रौशनी, पेयजल, शौचालय, शेड आदि की व्यवस्था भी होनी चाहिए. दिसंबर महीने से यहां पिकनिक मनाने लोगों की भीड़ जुटने लगती है. स्थानीय लोगों की मांग : बड़ानदी डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए, जिससे यहां साल भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहेगा. साथ ही स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा. पर्यटकों के लिए बैठने के लिए शेड, पीने के लिए पानी, शौचालय, रौशनी, सौंदर्यीकरण आदि की व्यवस्था करनी चाहिए. – संजय गोराई बड़ानदी डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए तथा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए डैम में वोटिंग की व्यवस्था, डैम से रांगालिया मोड़ तक पक्की सड़क की व्यवस्था, विश्रामागार , रात्रि प्रहरी आदि की व्यवस्था होनी चाहिए. ताकि बाहर से आने वाले पर्यटक अपने को सुरक्षित महसूस कर सके तथा परिवार के सदस्यों के साथ निडर होकर घूम सके. – सुरेश प्रसाद साह डैम बनने के बाद ही बड़ानदी डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना जरूरी था. पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने पर दुमका जिला ही नहीं, नजदीकी पश्चिम बंगाल के विभिन्न जगहों से काफी संख्या में यहां साल भर पर्यटक पिकनिक मनाने तथा घूमने आयेंगे. पर्यटकों के लिए सुविधा उपलब्ध कराये जाने तथा सुरक्षा का प्रबंध के लिए प्रशासन और सरकार को पहल करनी चाहिए. – विमल मोदी बड़ानदी जलाशय को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किये जाने पर रांगालिया व आसपास के गांवों के युवाओं को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा. साथ ही बड़ानदी जलाशय राज्य के अलावा पश्चिम बंगाल के नक्शे में भी अपनी पहचान बनायेगा. यहां सुविधा के अभाव में सिर्फ ठंड के मौसम में ही स्थानीय लोग पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. बारिश होने पर रुकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. पीने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है. इसके लिए जिला प्रशासन को भी पहल करनी चाहिए. – सिलबस्टर हेम्ब्रम
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