डीडीसी व सीएस ने फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का लिया जायजा
अधिकारियों ने कड़बिंधा गांव में घर-घर जाकर दवा खिलाने की प्रक्रिया की जांच की, जहां स्वास्थ्यकर्मी व सेविकाएं सक्रिय रूप से कार्यरत पायी गईं.
रामगढ़. प्रखंड में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत दवा वितरण कार्य का निरीक्षण जिले के उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान व सिविल सर्जन डॉ कमलेश्वर प्रसाद ने किया. अधिकारियों ने कड़बिंधा गांव में घर-घर जाकर दवा खिलाने की प्रक्रिया की जांच की, जहां स्वास्थ्यकर्मी व सेविकाएं सक्रिय रूप से कार्यरत पायी गईं. जिला स्वास्थ्य मिशन समिति, दुमका के तत्वावधान में वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 10 से 25 अगस्त तक अभियान चल रहा है. इस दौरान सेविका, सहिया और स्वास्थ्यकर्मी मिलकर ग्रामीणों को फाइलेरिया रोधी दवा खिला रहे हैं. सिविल सर्जन ने बताया कि फाइलेरिया परजीवी कृमियों से फैलने वाला संक्रामक रोग है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से होता है. यह हाथ, पैर, स्तन और जननांगों में सूजन का कारण बन सकता है, जिसे आमतौर पर हाथीपांव कहा जाता है. रामगढ़ में 2,04,843 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य है, जिसके लिए 320 टीमों में 628 कार्मिक और 39 सुपरवाइजर लगाये गये हैं. निरीक्षण के दौरान जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ मोहम्मद जावेद, बीपीएम अक्षय आनंद, केटीएस देवीलाल हांसदा, एमटीएस पंकज आर्य सहित पिरामल हेल्थ व विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे.
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