छठ पर्व को लेकर शहर के प्रमुख तालाबों की साफ-सफाई शुरू
नगर परिषद की ओर से मजदूर लगाकर युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है ताकि छठ पर्व में किसी भी श्रद्धालु और छठव्रती को किसी तरह की परेशानी न हो.
दुमका नगर. दुर्गा पूजा की समाप्ति के बाद हिंदू धर्म के सबसे बड़े पर्व छठ पूजा की तैयारी धीरे-धीरे अब लोगों ने शुरू कर दी है. लोग अपने घरों की साफ-सफाई भी करने लगे हैं. ऐसे में नगर परिषद ने भी छठ पूजा की तैयारी को लेकर दुमका शहर में स्थित तालाबों की साफ-सफाई की भी शुरुआत कर दी है. शहर के बीचों-बीच स्थित बड़ा बांध तालाब, खूंटाबांध, रसिकपुर बड़ा बांध, दुधानी बड़ा बांध, बंदरजोरी तालाब, पुसारो नदी घाट, पंचायत नदी घाट की साफ-सफाई की शुरुआत हो चुकी है. नगर परिषद की ओर से तालाबों में मौजूद गंदगी को धीरे-धीरे साफ किया जा रहा है ताकि छठ पर्व में किसी भी श्रद्धालु और छठव्रती को किसी तरह की परेशानी न हो. दुर्गा पूजा की समाप्ति के बाद प्रतिमाओं के विसर्जन और पूजन सामग्री के बचे हुए अवशेषों की नगर परिषद द्वारा मजदूर लगाकर साफ-सफाई युद्ध स्तर पर की जा रही है. छठ महापर्व पर श्रद्धालु अपने निकट के तालाबों और नदियों में जाकर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं. साथ ही इसके अगले दिन उदयगामी भगवान सूर्य को अर्घ देने के साथ छठ पूजा का समापन करते हैं. नगर परिषद द्वारा दुर्गा पूजा में विसर्जित प्रतिमा को निकाला जा रहा है और तालाब के चारों ओर साफ-सफाई भी की जा रही है. जहां एक ओर तालाबों की सफाई की जा रही है. वहीं दूसरी ओर लोगों में यह भी भय सता रहा है कि अगर समय पर सही तरीके से साफ-सफाई नहीं हो पायी तो लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
ज्यादा बारिश होने के कारण बढ़ा तालाबों का जलस्तर :
इस साल ज्यादा बारिश होने के कारण तालाब और नदियों का भी जल स्तर बहुत ज्यादा बढ़ चुका है. तालाबों का पानी लगभग सभी सीढ़ियों तक पहुंच चुकी है. इसके कारण लोगों में डर का वातावरण छाया हुआ है कि अगर पानी के स्तर को कम नहीं किया गया तो छठ महापर्व के समय कोई भी दुर्घटना हो सकती है. ऐसे में लोग प्रशासन से यही उम्मीद लगा रहे है कि बढ़े हुए पानी के स्तर को कम किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो और वे आस्था का महापर्व छठ पूजा को शांतिपूर्वक मना सके.आकर्षक ढंग से सजाया जाता है छठ घाटों को :
आस्था का महापर्व छठ पूजा के अवसर पर समितियों के द्वारा सभी तालाब और नदियों को काफी आकर्षक ढंग से सजाया और संवारा जाता है. भव्य और आकर्षक पंडाल का निर्माण किया जाता है और काफी आकर्षक ढंग से लाइटिंग भी की जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
